संजय दत्त ने ‘Munna Bhai 3’ को लेकर शेयर किया नया अपडेट, बोले- मुझे उम्मीद है कि हम इसे…

संजय दत्त (Sanjay Dutt) की चर्चित फिल्मों के बारे में बात करें तो निश्चित रूप से एक मुन्ना भाई फ्रेंचाइजी है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 16, 2022 4:22 PM
an image

संजय दत्त (Sanjay Dutt) की चर्चित फिल्मों के बारे में बात करें तो निश्चित रूप से एक मुन्ना भाई फ्रेंचाइजी है. चाहे वो 2003 की फिल्म मुन्ना भाई एमबीबीएस हो या 2006 में लगे रहो मुन्ना भाई, दोनों फिल्मों ने बड़े पैमाने पर फैन फॉलोइंग का आनंद लिया है. अब चर्चा है कि फिल्म का तीसरा भाग भी ‘जल्द ही’ होने की संभावना है? लेटेस्ट रिपोर्ट के अनुसार इसमें काम होनेवाला है और इसे लेकर जानकारी सामने आई है.

बॉलीवुडलाइफ के साथ हाल ही में एक इंटरव्यू में, संजय दत्त ने मुन्ना भाई 3 के बारे में बात की और कंफर्म किया कि फिल्म जल्द ही होने की संभावना है. उन्होंने यह भी कहा कि निर्देशक राजकुमार हिरानी उसी में रुचि रखते हैं और वे मुन्ना भाई 3 के लिए हर संभव कोशिश कर रहे हैं.

संजय दत्त ने कहा, “बेशक, हम मुन्ना भाई 3 के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं. राजकुमार (राजकुमार हिरानी निर्देशक) भी इसे करना चाहते हैं, इसलिए मुझे उम्मीद है कि हम इसे जल्द ही कर पाएंगे. हमने अन्य फिल्में भी की हैं, हमने पीके भी की है, और भविष्य में ऐसी और भी फिल्में कर सकते हैं, लेकिन प्रशंसकों के बारे में बात करते हुए, मुझे यकीन है कि उन्हें मुन्ना भाई में सबसे ज्यादा दिलचस्पी है, इसलिए मैं अंत में यह कहें कि प्रशंसकों को राजू हिरानी से भी पूछना चाहिए, ताकि हम अंत में इसे पा कर सकें (थोड़ा हंसते हुए).”

मुन्ना भाई एमबीबीएस में संजय दत्त, अरशद वारसी और बोमन ईरानी ने मुख्य भूमिका निभाई थी. इसके सीक्वल लगे रहो मुन्ना भाई में विद्या बालन भी शामिल हुईं. वर्कफ्रंट की बात करें, संजय दत्त को हाल ही में केजीएफ: चैप्टर 2 में देखा गया था. फिल्म में संजय दत्त ने एक खलनायक की भूमिका निभाई थी, जिसका नाम अधीरा है.

Also Read: सिंगर सुखविंदर सिंह ने रिलीज किया ‘श्री हनुमान चालीसा’ का वीडियो, बोले- मेरा सपना साकार हुआ है…

इससे पहले एक इंटरव्यू में संजय दत्त ने कैंसर के इलाज के बाद सेट पर वापस आने की बात कही थी. उन्होंने कहा, “नायक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई दृश्यों के साथ एक भयावह मौजूदगी के लिए न केवल गहन अभिनय की आवश्यकता होती है, बल्कि एक विश्वसनीय शरीरिकता भी होती है. सीधे शब्दों में कहें तो मुझे केवल भूमिका ही नहीं निभानी थी, मुझे उस हिस्से को भी देखना था. प्रशिक्षण कठिन था लेकिन जब मैंने भीड़ देखी तो यह पूरी तरह से इसके लायक था.”

संबंधित खबर
संबंधित खबर और खबरें
होम E-Paper News Snaps News reels
Exit mobile version