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एरियल सर्वे में आला अधिकारियों के साथ सुंदरवन एसपी भास्कर मुखर्जी और एडीएफ मरीन जयंत प्रधान भी मौजूद थे. उन्होंने राज्य के तटवर्ती इलाकों जैसे गंगासागर, बकखाली, जी प्लाट, गोसाबा, उत्तर 24 परगना जिले के हिंदलगंज, हल्दिया और पूर्व मेदिनीपुर जिले के दीघा इलाके का एरियल सर्वे किया. एरियल सर्वे के आधार पर जिले के डीएम उलगानाथन ने आपदा विभाग से जुड़े अधिकारियों और कर्मचारियों को बचाव कार्य को और तेज गति से करने का आदेश दिया.
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चक्रवात को लेकर 19 मई से ही जिला प्रशासन ने लोगों को जागरूक करने के लिए माइकिंग, एरियल पेट्रोलिंग और तटबंधों की मरम्मत का काम शुरू कर दिया था. इसके लिए पुलिस, फिशरी विभाग, कोस्टल गार्ड्स और प्रशासन के अन्य विभाग लगातार जागरूकता फैला रहे हैं. मछुआरों को 24 मई से पहले नदियों से ट्रॉलर और जहाजों को हटाने का आदेश दिया गया था. इसके बावजूद फ्रेजरगंज, गोसाबा और पाथेरप्रतिमा में छोटे जहाज और छोटी नाव नदियों में मछली पकड़ने के लिए दिखे. सभी जहाजों और नावों को जल्द से जल्द सरक्षित स्थानों में पहुंचाने का आदेश दिया गया है. पूरी कोशिश चक्रवात से होने वाले किसी नुकसान को टालने की है.