कर्जा लेकर बेटे को नेशनल एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में भेजा, गोल्ड मेडल जीतकर लौटा तो लोगों ने कांधों पर उठाया

अलीगढ़ के लोधा क्षेत्र के गांव जिरोली डोर निवासी वीरेश माथुर तमिलनाडु में आयोजित 38 वीं नेशनल जूनियर एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में 200 मीटर की दौड़ मात्र 21.26 सेकंड में पूरी कर गोल्ड मेडल जी है. रविवार को वापस अलीगढ़ लौटे.

By Prabhat Khabar News Desk | December 3, 2023 8:54 PM
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अलीगढ़ : लोधा क्षेत्र के गांव जिरोली डोर निवासी वीरेश माथुर तमिलनाडु में आयोजित 38 वीं नेशनल जूनियर एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में 200 मीटर की दौड़ मात्र 21.26 सेकंड में पूरी कर गोल्ड मेडल जीत कर रविवार को वापस अलीगढ़ लौटे. इस दौरान वीरेश का जगह जगह स्वागत किया गया. 10 नवंम्बर तक हुई नेशनल चैम्पियनशिप में भाग लेने के लिए वीरेश माथुर पर रुपये नहीं थे.पिता रामवीर सिंह खेती कर घर का खर्चा किसी तरह निकालते थे. पिता ने तीन प्रतिशत की दर पर कर्जा लिया. माता नेक्सा देवी एवं बहन विमलेश ने खेतों में मजदूरी करके जूते, कपड़े देकर खेलने के लिए विदा किया था . वहीं माता पिता के सपने को बेटे वीरेश ने गोल्ड मेंडल जीतकर पूरा किया.रविवार को जब वीरेश माथुर गांव पहुंचे तो ग्रामीणों ने फूल माला एवं गाजे बाजे के स्वागत किया.वहीं पड़ोसी शेर खान ने खिलाड़ी को स्वगत में ग्यारह हजार रुपये देकर स्वागत किया.

200 मीटर दौड़ में बनाया नेशनल रिकार्ड

नेशनल एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 200 मीटर दौड़ के गोल्ड मेडलिस्ट वीरेश माथुर का अलीगढ़ रेलवे स्टेशन पर खेल प्रेमियों ने ढोल नगाड़ों के साथ जोरदार स्वागत किया और रैली के रूप में उनके पैतृक गांव जिरौली डोर तक लेकर गए. समाज सेवी डॉक्टर शैलेंद्र पाल सिंह ने बताया कि इस होनहार खिलाड़ी को गांव ले जाते समय जगह जगह फूल वर्षा से स्वागत किया गया. जिन्होंने राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाकर अलीगढ़ का नाम रोशन किया है. जिला पंचायत सदस्य जंग जीत सिंह फौजी ने बताया कि वीरेश माथुर ने गांव में विपरीत परिस्थितियों में तैयारी करते हुए इस गोल्ड मेडल के सफर को पार किया है. वीरेश माथुर ने बताया कि वह अंडर 20 में उन्होंने 6 साल में एक राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया है जो की दो सौ मीटर की दौड़ को 21. 26 सेंकड में प्राप्त किया और भविष्य में ओलंपिक में पदक जीतना उनका उद्देश्य है.

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सीमित संसाधनों में नाम रोशन किया

गांव के ही अश्वनी सिंह ने बताया कि उनके पास मात्र दो बीघा जमीन है. संसाधनों का अभाव होते हुए भी चार भाई एवं चार बहनों में इकलोटे होनहार वीरेश माथुर ने अलीगढ़ का नाम रोशन किया है. विक्की चौधरी ने कहा कि वीरेश 8 साल से दौड़ प्रतियोगिताओं में भाग ले रहे है और मेडल जीतते आ रहे हैं. हरिकेश शर्मा ने बताया कि उनकी इस उपलब्धि से लोधा क्षेत्र में युवाओं का खेल के प्रति और अधिक आकर्षण बढ़ेगा. विवेक प्रताप सिंह ने क्षेत्रीय विधायक एवं सांसद सतीश गौतम से मांग की है कि ऐसी उभरती हुई प्रतिभाओं को सम्मान एवं आर्थिक सहयोग के लिए पहल होनी चाहिए, जिससे क्रिकेट को छोड़कर अन्य खेलों की तरफ युवाओं का रुझान बढ़े.

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