अल्ट्रावायलेट लैंप की जांच में खुली हकीकत की पोल
रोडवेज को सिविल लाइन डिपो कर्मियों द्वारा मैजिकल पेन के सहारे फर्जीवाड़ा कर चूना लगाने की शिकायत जब अधिकारियों तक पहुंची तो उन्होंने प्रयागराज क्षेत्र के लगभग 1000 कंडक्टर्स के ओके मार्ग पत्र को अल्ट्रावायलेट किरणों के माध्यम से चेक कराया. जांच के दौरान पता चला की छह संविदा कंडक्टर ऐसे हैं, जो मार्ग पत्र पर इंट्री के लिए मैजिकल पेन का इस्तेमाल करते थे. बाद में केमिकल की सहायता से इसे रिमूव कर अपने अनुसार भर देते थे. इस दौरान वह लंबे समय से प्रतिदिन रोडवेज विभाग को चूना लगा रहे थे. हालांकि, उन्हें यह नहीं पता था कि अल्ट्रावायलेट किरणों के जरिये इसका पता लगाया जा सकता है. वहीं, खुलासा होने के बाद विभाग द्वारा सभी को निलंबित करते हुए मुकदमा दर्ज कराया गया है.
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संविदा कर्मियों की सेवाएं समाप्त, दर्ज हुआ मुकदमा
शिकायत के बाद शुरू हुई जांच में पता चला संविदा परिचालक विवेक कुमार यादव, विनय कुमार भारती, चंदन यादव, प्रवीण कुमार तिवारी, सुनील कुमार चौधरी व शुभम त्रिपाठी द्वारा मैजिकल पेन के सहारे लंबे समय से विभाग को चूना लगाया जा रहा था. जांच में आरोप साबित होने के बाद सभी की सेवाएं समाप्त कर दी गई.
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रिपोर्ट- एस के इलाहाबादी, प्रयागराज