भगवान शिव की सबसे ऊंची 351 फीट की प्रतिमा, यहां देखें फोटो और वीडियो

भगवान शिव मूर्ति, जिसे विश्वास की मूर्ति के रूप में भी जाना जाता है, श्रीनाथजी, नाथद्वारा शहर में स्थित भगवान शिव की एक सुंदर मूर्ति है. यह अपने क्षेत्र से 20 किमी दूर से ही दिखाई देता है.

By Anita Tanvi | March 1, 2022 7:06 AM
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राजस्थान की अर्थव्यवस्था की स्थिति ज्यादातर पर्यटन पर निर्भर है. यह राज्य अपने ऐतिहासिक किलों, महलों, मंदिरों और अन्य वास्तुशिल्प चमत्कारों के लिए प्रसिद्ध है. ऐसे में भगवान शिव की 351 फीट ऊंची प्रतिमा न केवल स्थानीय पर्यटकों और भक्तों को आकर्षित कर रही है, बल्कि विदेशी आगंतुकों के लिए एक प्रमुख आकर्षण स्थल भी है. नाथद्वारा में शिव की यह मूर्ति राजस्थान के लोगों के लिए वरदान है.

भारत में भगवान शिव की सबसे ऊंची मूर्ति की ऊंचाई 351 फीट है. यह गणेश टेकरी नामक स्थान पर स्थित है, जो उदयपुर शहर से 50 किमी दूर है. मूर्ति की साज-सज्जा में उच्च गुणवत्ता वाले तांबे का उपयोग किया गया है. साइट पर 110 फीट लंबा पेडस्टल बनाने के लिए शुद्ध जस्ता का उपयोग किया गया है. इसमें तीन अलग-अलग स्तरों पर तीन अलग-अलग दीर्घाएं मिलती हैं – 20, 110 और 270 फीट. आगंतुकों के आराम करने के लिए दुनिया की सबसे ऊंची शिव मूर्ति के चारों ओर 300 वर्ग फुट क्षेत्र में एक सुंदर बगीचा है.

जब दुनिया में ऊंची मूर्तियों की बात आती है, तो भारत में गुजरात में दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा है – स्टैच्यू ऑफ यूनिटी (597 फीट). दूसरी सबसे ऊंची प्रतिमा वर्तमान में चीन में है, जिसे स्प्रिंग टेम्पल बुद्धा (420 फीट) कहा जाता है, और तीसरी सबसे ऊंची प्रतिमा म्यांमार में है – लेक्युन सेक्या प्रतिमा (380 फीट).

सबसे उंची शिव प्रतिमा की बात करें तो वर्तमान में नेपाल स्थित कैलाशनाथ मंदिर,की प्रतिमा की ऊंचाई 143 फीट है. मुरुदेश्वर मंदिर, कर्नाटक (123 फीट) और आदियोग मंदिर, तमिलनाडु (112 फीट) में हैं.

नाथद्वारा शिव प्रतिमा की ऊंचाई 351 फीट है. 351 फीट की शिव प्रतिमा सुंदर अरावली पहाड़ियों, नाथद्वारा में स्थित है. यह स्थान श्रीनाथजी मंदिर के लिए प्रसिद्ध है, और ऐतिहासिक मंदिर का निर्माण 17वीं शताब्दी के आसपास मेवाड़ के महाराणा राज सिंह ने करवाया था.

हेलीकॉप्टर से जॉयराइड की सुविधा

कुछ दिनों पहले 6 नवंबर से ही राजस्थान के नाथद्वारा में पर्यटकों के लिए जॉय राइड की शुरुआत भी की गई है. नाथद्वारा में मेवाड़ हेलिकॉप्टर सर्विस ये जॉयराइड करवा रही है. पर्यटक अब हेलिकॉप्टर के जरिए आसमान से धर्म नगरी का व्यू देख सकते हैं. एक हजार फीट की ऊंचाई से दुनिया की सबसे बड़ी शिव प्रतिमा का नजारा देखते ही बनता है. जॉयराइड सेवा का संचालन 120 फीट पार्किंग से किया जा रहा है. पर्यटकों को 7 मिनट तक जॉयराइड करवाई जा रही है.

जॉयराइड के लिए प्रति सवारी 2 हजार 700 रुपए किराया

जॉयराइड के लिए प्रति सवारी 2 हजार 700 रुपए लिए जा रहे हैं. 8 साल से छोटे बच्चों का 1 हजार 500 रुपए किराया लिया जा रहा है. नाथद्वारा में दीपावली के बाद 15 दिनों का सीजन चलता है. इस सीजन में गुजरात, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र सहित देश के विभिन्न राज्यों से श्रद्धालु नाथद्वारा श्रीनाथजी प्रभु के दर्शन करने पहुंचते हैं.

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