श्रावणी मेला 2022: किन्नर शिवभक्तों का जत्था निकला बाबाधाम, 10 साल से कर रहे कांवर यात्रा, जानें क्या कहा
श्रावणी मेला (Shravani Mela 2022) में शिवभक्तों का हुजूम रोजाना बाबाधाम के लिए रवाना हुआ. किन्नर शिवभक्तों का जत्था भी कांवर यात्रा पर निकला है. वाराणसी और कोलकाता समेत कई जगहों के किन्नर इस ग्रुप में शामिल हैं.
By Prabhat Khabar Digital Desk | July 28, 2022 4:14 PM
श्रावणी मेला 2022 (Shravani Mela )के 15वें दिन यानी गुरुवार को कांवरिया पथ केसरियामय है. झमाझम बारिश ने कांवरियों को पैदल यात्रा में राहत भी दी है. श्रद्धालुओं की आस्था और शिव शंकर की भक्ति का जादू उनके सिर चढ़कर बोल रहा है. कांवरिया पथ पर हर तरह और हर उम्र के कांवरिया बोल-बम का जयकारा लगाकर चलते दिखते हैं. ऐसा ही एक नजारा देखने को मिला जहां सबकी नजरें थम गयी. किन्नरों का जत्था भी बाबा बैद्यनाथ के पूजन के लिए सुल्तानगंज से बाबाधाम देवघर के लिए रवाना हुआ.
किन्नर शिवभक्तों के जत्थे ने सुल्तानगंज से बाबाधाम की यात्रा शुरू की है. गुरुवार को यह जत्था जब कमरांय पहुंचा (मुंगेर जिला की सीमा) तो प्रभात खबर से बातचीत की. वाराणसी से आई किन्नर करीना ने बताया कि 10 वर्षों से किन्नर का ये ग्रुप कांवर यात्रा में शामिल होता है. इस ग्रुप में अलग-अलग जगहों से किन्नर शिवभक्त आते हैं. कोलकाता और पटना समेत अन्य जगहों की किन्नर इस ग्रुप में कांवर यात्रा करते हैं.
किन्नर कांवरिया ने बताया कि वे लोग कांवर यात्रा के दौरान सेवा करती हुई आगे बढ़ती हैं. बताया कि देश और अपने यजमान की सुख-शांति के लिए वो हर साल कांवर यात्रा करते हैं. बाबा भोलेनाथ से ये कामना करते हैं कि सभी लोग प्रसन्न रहें.
पटना के एक किन्नर कांवरिया पिहू ने बताया कि वे लोग 10 साल से जल लेकर बाबा भोले के दरबार जा रहे हैं. इस जत्थे की 18 सदस्यों में पूजा, मिस्टी, लाडो, अमृता, सोनिया, शांति, खुशी और रागिनी समेत 18 कांवरियों का् जा रहा है.