आईआईटी खड़गपुर (IIT Kharagpur) के चिकित्सा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी स्कूल में शोधार्थी शांतनु धारा (Shantanu Dhara) और संगीता दास भट्टाचार्य (Sangeeta Das Bhattacharya) ने पारदर्शी शीट, स्पंज, फोल्डेड कागज, गत्ता, रबर बैंड और दोनों तरफ वाले (डबल साइड) टैप से मास्क का एक डिजाइन तैयार किया है. यह सभी सामान आमतौर पर घरों में होते हैं या फिर स्थानीय दुकानों पर मिल जाते हैं.
संस्थान ने एक बयान में कहा कि धारा और दास के मार्गदर्शन में आईआईटी खड़गपुर की एक टीम ने मास्क के ऐसे 14 प्रारूप (प्रोटोटाइप) दो घंटे में बनाये हैं और घर से ही काम करके ऐसे और प्रारूप बना रहे हैं. धारा ने कहा कि ऐसे समय में जब सुरक्षात्मक उपकरणों की मांग बढ़ गयी है, हम आसानी से इकट्ठा की जाने वाली सामग्री का इस्तेमाल करके हमारे स्वास्थ्यकर्मियों की सहायता के लिए प्रारूप लेकर आये हैं.
संस्थान ने कहा कि यह सभी प्रारूप हैं और किसी भी मेडिकल उत्पाद और उपकरण का कई चरणों में परीक्षण करने की जरूरत होती है और उनका इस्तेमाल करने से पहले उचित प्राधिकरण से प्रमाण पत्र चाहिए होता है. उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल में कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. यहां दो लोगों की मौत हो चुकी है और 20 संक्रमित लोगों का अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है.
इस बीच, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उन सभी डॉक्टरों, नर्सों, पुलिसकर्मियों, सफाई कर्मचारियों और अन्य लोगों का आभार व्यक्त किया, जो कोविड-19 के प्रसार से निबटने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं. ममता बनर्जी ने कहा कि इन लोगों को धन्यवाद देने के लिए कोई शब्द पर्याप्त नहीं, जो नि:स्वार्थ रूप से अपने कर्तव्य का पालन कर रहे हैं और साथी देशवासियों को प्रेरित कर रहे हैं.