Olympics में श्रीजेश का खेल देख गदगद हुआ UAE का बिजनेसमैन, 1 करोड़ रुपये देने का किया एलान
टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympics 2020) में भारत ने कांस्य पदक के मैच में जर्मनी को 5-4 से हराया. जीत में गोलकीपर पी आर श्रीजेश (Goalkeeper PR Sreejesh) का काफी बड़ा योगदान रहा.
By Prabhat Khabar Digital Desk | August 9, 2021 2:00 PM
Tokyo Olympics 2020 : भारत ने टोक्यो ओलंपिक में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है. टोक्यो ओलंपिक में एक गोल्ड, दो सिल्वर और चार कांस्य के साथ कुल सात पदक देश ने अपने नाम किया जो भारत का अब तक का सर्वश्रष्ठ प्रदर्शन है. इससे पहले 2012 लंदन ओलंपिक में भारत ने 6 पदक जीते थें. वहीं टोक्यो में भारतीय महिला और पुरुष हॉकी (Indian Mens Hockey Team) टीमों ने शानदार प्रदर्शन किया. पुरुष टीम ने 41 साल बाद ओलंपिक में कोई मेडल अपने नाम किया. वहीं भारतीय हॉकी टीम के जीत में गोलकीपर पी आर श्रीजेश (Goalkeeper PR Sreejesh) का काफी बड़ा योगदान रहा. उन्होंने कई अहम मौके पर टीम को बचाया.
Goalkeeper PR Sreejesh played a crucial role in helping the Indian hockey team secure bronze at the Olympics. We acknowledge his contributions and are pleased to announce a cash reward of Rs. 1 crore for him. @16Sreejeshpic.twitter.com/etJ63VmDwu
वहीं अब UAE में रहने वाले एक भारतीय व्यवसायी शमशीर वायालिल (Shamsheer Vayalil) ने तोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली पुरुष हॉकी टीम के गोलकीपर पी आर श्रीजेश को एक करोड़ रुपये का नकद पुरस्कार देने की घोषणा की. श्रीजेश ने शानदार प्रदर्शन किया और भारत को हॉकी में 41 साल बाद ओलंपिक पदक दिलाने में अहम भूमिका निभायी. भारत ने कांस्य पदक के मैच में जर्मनी को 5-4 से हराया. वीपीएस हेल्थकेयर के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक डा. शमशीर वायालिल ने कहा, ‘‘हम उनके योगदान की सराहना करते हैं और हमें उनके लिये एक करोड़ रुपये के नकद पुरस्कार की घोषणा करते हुए प्रसन्नता हो रही है. ’’
बता दें कि भारत ने टोक्यो ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया. भारत ने कांस्य पदक मुकाबले में जर्मनी को 5-4 से मात दी थी. भारतीय मेंस और विमेंस हॉकी टीमों देश के अन्य पदक वीरों के साथ टोक्यो से आज दिल्ली आ रहे हैं. भारत एक गोल्ड, दो सिल्वर और चार ब्रॉन्ज मेडल के साथ प्वॉइंट टेबल में 48वें नंबर पर रहा. ओलंपिक खेलों में यह भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन भी है. इससे पहले लंदन ओलंपिक में भारत ने कुल छह मेडल (दो सिल्वर और चार ब्रॉन्ज) जीते थे.