गंभीर रूप से घायल अरबाज को पुलिस मुठभेड़ स्थल से लेकर एसआरएन मेडिकल कॉलेज ले गयी है, जहां जांच के बाद डॉक्टरों ने अरबाज को मृत घोषित किया है. बताया जा रहा है कि वह माफिया अतीक अहमद का खास गुर्गा था. जिस समय मुठभेड़ हुई उस दौरान अरबाज के साथ दो अन्य आरोपी भी थे. इसके चलते पुलिस की कॉम्बिंग नेहरू पार्क के जंगल में जारी है. पुलिस का कहना है कि वहां अभी कई और आरोपी मिल सकते हैं.
उमेश पाल हत्याकांड के चार दिन के बाद प्रयागराज पुलिस की यह पहली सफलता है. अभी तक पुलिस को माफिया अतीक अहमद के घर पास खाली प्लॉट से सफेद एसयूवी बरामद हुई थी. जबकि अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन सहित 7 अन्य लोग पुलिस की हिरासत में हैं. एनकाउंटर में ढेर अरबाज का पिता अतीक अहमद का ड्राइवर था.
उमेश पाल हत्याकांड के बाद प्रयागराज पुलिस के हाथ खाली थे. सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डीजीपी यूपी को तलब किया था. इसके बाद से माना जा रहा था कि जल्द ही पुलिस कोई बड़ा खुलासा करेगी. इसके बाद दोपहर में ही एनकाउंटर की खबर आ गयी.
एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार ने अरबाज के मौत की पुष्टि की है. उन्होंने कहा कि यदि कोई आरोपी उनसे पनाह मांगता है तो पुलिस को सूचना दें. सूचना देने वालों का नाम गुप्त रखा जाएगा. यदि कोई आरोपियों की मदद करता है तो उसको 120बी के तहत साजिश में शामिल होने का आरोपी बनाया जाएगा.