ओपी राजभर ने कहा कि ना रब ने दिया, ना रहमान ने दिया,जो कुछ दिया वो अंबेडकर ने दिया. जो कुछ थाना, अस्पताल, ब्लॉक, तहसील बना, वो बाबा साहेब अंबेडकर के संविधान की वजह से हुआ है. कोरोना के दौरान सारे मंदिर, कचहरी बंद थे. थाना और अस्पताल खुले थे. यह बाबा साहब अंबेडकर के संविधान की ही देन है. सर्वे आफ इंडिया की रिपोर्ट में बनारस के विश्वनाथ जी जैसे नौ लाख मंदिर हैं. एक मंदिर बता दो, जहां दर्शन करके कोई इंजीनियर, आईएएस या आईपीएस बनता हो. वो अधिकारी तभी बनेगा जब बाबा साहब अंबेडकर के बनाए व्यवस्था के तहत विद्यालय में शिक्षा करेगा.
राजभर ने कहा कि अन्नपूर्णा मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा ड्रामा है और भाजपा ड्रामा पार्टी है. यह सभी साढ़े चार साल पहले कहां थे? पहले मूर्ति क्यों नहीं लाए? यह धर्म की ओर ले जाना चाहते हैं. एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष के ओपी राजभर पर दिए विवादित बयान पर ओपी राजभर ने अपनी बातें कही. उन्होंने असदुद्दीन ओवैसी को सलाह दी कि सौ तो छोड़ दीजिए, उन्हें सिर्फ दस सीटों पर चुनाव लड़ना चाहिए. उन्होंने गठबंधन के सवाल पर कहा कि अभी कोशिश जारी है. जो लोग बीजेपी को सत्ता से हटाना चाहते हैं, वो हमारे साथ आए, जो सत्ता में बनाए रखना चाहते हैं, वो बाहर से चुनाव लड़े.
(रिपोर्ट: विपिन सिंह, वाराणसी)
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