उनका कहना था कि 25 साल से अधिक वक्त से पार्टी से जुड़ी हूं. सदस्य के तौर पर पार्टी में काम शुरू किया था. इसके बाद पार्टी में प्रदेश सचिव तक की जिम्मेदारी संभाली. इस बार नगर पंचायत सीट सामान्य हुई. इसलिए टिकट के लिए आवेदन किया था. मगर, उनकी जगह किसी और को रुपये लेकर टिकट दे दिया. जिलाध्यक्ष शिवचरण कश्यप से टिकट के बारे में पूछा. मगर, उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया. जिलाध्यक्ष शिवचरण कश्यप ने मीडिया को बताया कि पार्टी कार्यालय रात में बंद रहता है. केयरटेकर से बाथरूम में जाने की बात कह कर अंदर घुसी थी. इसके बाद धरने पर बैठ गई हैं. इसके साथ ही सपा नेत्री के आरोपों को बेबुनियाद बताया.
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दो दिन पहले मिली दोबारा जिम्मेदारी
सपा मुखिया अखिलेश यादव के निर्देश पर प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने शिवचरण कश्यप को दोबारा जिलाध्यक्ष बनाया है.हालांकि, उनका पार्टी में काफी विरोध था. स्थानीय नेता विरोध में थे.मगर, उनकी जाति के कई नेता पैरवी कर रहे थे. उनकी पैरवी के बाद संगठन की दोबारा जिम्मेदारी मिल गई है. मगर,नगर पंचायत बिशारतगंज, रिठौरा, फतेहगंज पश्चिमी समेत कई निकाय में रूपये लेकर टिकट के आरोप लग रहे हैं.इसकी हाईकमान से शिकायत भी की गई हैं.
रिपोर्टः मुहम्मद साजिद, बरेली