विधानसभा 2022 को लेकर बीएसपी अब बूथ और सेक्टर लेवल पर संगठन को मजबूत और एक्टिव करने में जुट गई है. बीएसपी नेताओं के अनुसार, 2017 में लोग झूठ बोलने वाले नेताओं की पार्टी पर भरोसा कर गए, जिसका नतीजा अब जनता को मिल रहा है. जनता महंगाई से त्रस्त है, परेशान है. अब 2022 में मायावती को कैसे मुख्यमंत्री बनाया जाए, संगठन को कैसे मजबूत किया जाए और पार्टी की नीतियों को जनता तक कैसे पहुंचाया जाए, इस पर तेजी से काम किया जाएगा.
Also Read: UP Election 2022: यूपी चुनाव से पहले ही सपा ने पार किया 300 सीटों का आंकड़ा, अखिलेश यादव ने समझाया पूरा गणित
बीएसपी की तरफ से स्पष्ट संदेश दिया गया कि पार्टी अपने पुराने फॉर्मूले पर ही काम करेगी कि जिस समाज के लोगों की जितनी भागीदारी है, उनको विधानसभा चुनाव लड़ने के बाद सत्ता आने पर उसी हिसाब से हिस्सेदारी दी जाएगी. कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान सेक्टर प्राभारी गोरेलाल ने दलित बाहुल्य आगरा दक्षिण सीट से रवि भारद्वाज नाम के उम्मीदवार की घोषणा की और कहा कि अब सभी समाज के लोग मिलकर बीएसपी को 2022 की गद्दी पर बैठाएंगे.
Also Read: UP Election 2022: जब देश में बुरा वक्त आता है, पीएम मोदी गहरी नींद में सो जाते हैं- असदुद्दीन ओवैसी
बसपा के राष्ट्रीय महासचिव मुनकाद अली ने बतौर अतिथि कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश की जनता महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार से त्रस्त है. उन्होंने कहा, मायावती की नीति ‘सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय’ की है. बसपा ही गरीबी, बेरोजगारी और अशिक्षा दूर करेगी.
मुनकाद अली ने कहा कि केंद्र सरकार ने कृषि कानूनों के जरिये किसानों को सड़क पर ला दिया है. पेट्रोल-डीजल के दाम भी आसमान पर हैं. इसके अलावा, महिलाओं पर अत्याचार भी बढ़ गये हैं. उन्होंने भाजपा और कांग्रेस को दलितों की बदहाली के लिए जिम्मेदार बताया.
Also Read: UP Vidhan Sabha Chunav 2022: सतीश चंद्र मिश्रा ने बताया, उत्तर प्रदेश में किसके साथ गठबंधन करेगी बसपा?
रिपोर्ट- मनीष गुप्ता