VIDEO: मथुरा में अकाल मृत्यु से बचने के लिए भाई बहनों ने लगाई यमुना में डुबकी

मथुरा में भाई दूज का पर्व एक अलग मान्यता के मुताबिक मनाया जाता है. इस दिन मथुरा में यमुना-तट पर एक विशेष स्नान का आयोजन किया जाता है, जिसे यम्-द्वितीया स्नान कहते है. इस विशेष स्नान में एक-साथ शामिल होकर भाई-बहन मोक्ष प्राप्ति की कामना करते है.

By Shradha Chhetry | April 25, 2024 12:18 PM
an image

Yam Dwitiya Snan 2023: भाई-बहन के प्यार का त्योहार कहा जाने वाला भैया-दूज पूरी दुनिया में बड़ी हर्षोल्लास साथ मनाया जा रहा है. मथुरा में भाई दूज का पर्व एक अलग मान्यता के मुताबिक मनाया जाता है. इस दिन मथुरा में यमुना-तट पर एक विशेष स्नान का आयोजन किया जाता है, जिसे यम्-द्वितीया स्नान कहते है. इस विशेष स्नान में एक-साथ शामिल होकर भाई-बहन मोक्ष प्राप्ति की कामना करते है. इस स्नान की मान्यता है कि जब सूर्य-पुत्र यमराज अपनी बहन यमुना से मिलने यहां आये तो यमुन जी ने उनका खूब आदर-सत्कार किया और दोनों ने इसी विश्राम घाट पर स्नान किया था. इससे प्रसन्न हो यमराज ने अपनी बहन से वरदान माँगने को कहा तो यमुना जी ने वरदान मांगा कि इस दिन इस घाट पर जो भाई-बहन मेरे जल में स्नान करेंगे, उनके सारे पाप दूर होकर उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होगी. पूरी दुनिया में यमराज का यह एक मात्र मंदिर है जो इसी विश्राम घाट पर है और स्नान के बाद सभी भाई-बहन इस मंदिर में यमराज की पूजा कर अपने पापों का प्रायश्चित करते है. यही वजह है की मोक्ष प्राप्ति की कामना के साथ यहाँ देश-विदेश से लाखों भाई-बहन इस दिन स्नान करने पहुंचते है. और एक साथ स्नान करने से भाई को यम की फांस यानी नरक से मुक्ति मिलती है.

Also Read: VIDEO: सूप से दउरा तक छठ महापर्व को लेकर सजी दुकानें
Also Read: Chhath Puja 2023: छठ महापर्व के चारों दिन का है खास महत्व, जानें हर दिन की क्या है मान्यता

संबंधित खबर
संबंधित खबर और खबरें
होम E-Paper News Snaps News reels
Exit mobile version