देश-विदेश के आदिवासी होंगे शामिल
इस मौके पर पूर्व सांसद सालखन मुर्मू ने कहा कि कोलकाता के ब्रिगेड मैदान में विश्व सरना धर्म कोड जनसभा का आयोजन कर लाखों लोगों के बीच आदिवासी आजादी के लिए आदिवासी क्रांति का बिगुल फूंका जाएगा. जहां झारखंड, बंगाल, बिहार, ओडिशा, असम, त्रिपुरा, अरुणाचल प्रदेश के लगभग 350 प्रखंडों के सेंगेल समर्थक शामिल होंगे. इसके अलावा नेपाल, भूटान, बांग्लादेश के आदिवासी भी जनसभा में शामिल होंगे.
मरांगबुरु को बचाने के लिए सरना धर्मकोड लागू करना होगा
पूर्व सांसद ने कहा कि कोलकता जनसभा में भारत और अन्य देशों के सभी आदिवासी आमंत्रित हैं. आदिवासी समाज गुलामी का जीवन जीने को मजबूर हैं. आज आदिवासी समाज में मरांगबुरु को बचाने को लेकर सरना धर्म कोड लागू करना होगा.
Also Read: प्रभात खबर संवाद : क्राइसिस का समय है, सबको मिल कर लड़ना होगा – दीपांकर भट्टाचार्य
संताली को झारखंड की प्रथम राजभाषा समेत कई मांग
उन्होंने कहा कि संताली को झारखंड की प्रथम राजभाषा और अन्य आदिवासी भाषाओं को समृद्ध करो, सीएनटी-एसपीटी कानून लागू करो, शिक्षित बेरोजगारों को रोजगार दिलाओ, विस्थापन पलायन रोको, झारखंड आदिवासियों का गढ़ है इसको बचाना है. असम-अंडमान के झारखंडी आदिवासियों को एसटी बनाओ, आदिवासी को एकजुट करो आदि आदिवासी एजेंडा पर चर्चा नहीं है. इसलिए आदिवासी गांव-समाज में समाज सुधार, जनएकता और जन आंदोलन पर चर्चा के लिए बाध्य है. इस मौके पर आदिवासी सिंगल अभियान के केंद्रीय संयोजक सुमित्रा मुर्मू, युवा नेता तिलका मुर्मू, कविराज मुर्मू, सूबेदार बिरूवा, चरण चतार, लक्ष्मीनारायण बोदरा, भागवत मुर्मू, घनश्याम टूडू मौजूद थे.