West Bengal Chunav 2021: हत्या और बलात्कार के आरोपी भी छठे चरण में लड़ रहे चुनाव
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी, कांग्रेस, इंडियन सेक्युलर फ्रंट समेत अन्य दलों ने भी दागी उम्मीदवारों को टिकट देने में कोई गुरेज नहीं किया है. यही वजह है कि चुनाव आयोग को छठे चरण में 43 विधानसभा सीटों में से एक दर्जन यानी 12 (28 फीसदी) सीट को रेड अलर्ट विधानसभा घोषित करना पड़ा है.
By Prabhat Khabar Digital Desk | April 20, 2021 6:21 PM
कोलकाता : बंगाल की संस्कृति, साहित्य और उसकी परंपरा को बचाये रखने के नाम पर इस बार विधानसभा चुनाव लड़ा जा रहा है. राजनीतिक दलों के नेता अपने भाषणों में इस बात पर काफी जोर दे रहे हैं. लेकिन, अपराध की संस्कृति को खत्म करने की मंशा किसी पार्टी में नहीं दिख रही. यदि आप द वेस्ट बंगाल इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की रिपोर्ट पर गौर करेंगे, तो देखेंगे कि दागदार उम्मीदवार उतारने की हर पार्टी में मानो होड़ लगी है.
हत्या और बलात्कार के आरोपी तक बंगाल में विधानसभा का चुनाव लड़ रहे हैं. बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 के छठे चरण में जिन 4 जिलों की 43 विधानसभा सीटों पर चुनाव हो रहे हैं, वहां कम से कम 87 यानी 28 फीसदी उम्मीदवारों पर आपराधिक एवं 71 के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं. 5 उम्मीदवारों ने खुद बताया है कि उनके खिलाफ हत्या के मुकदमे चल रहे हैं, जबकि 1 ने कहा है कि उन पर बलात्कार का केस चल रहा है.
इतना ही नहीं, 22 उम्मीदवार ऐसे हैं, जिन्होंने अपने हलफनामा में स्वीकार किया है कि उन पर हत्या की कोशिश का मुकदमा दर्ज है. क्रिमिनल केस का सामना कर रहे उम्मीदवारों को टिकट देने में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सबसे आगे है. बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस इस मामले में दूसरे नंबर पर है. भाजपा ने 43 में से 25 दागी उम्मीदवार उतारे हैं, तो तृणमूल ने 43 में से 24 दागदार प्रत्याशियों को टिकट दिया है.
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी, कांग्रेस, इंडियन सेक्युलर फ्रंट समेत अन्य दलों ने भी दागी उम्मीदवारों को टिकट देने में कोई गुरेज नहीं किया है. यही वजह है कि चुनाव आयोग को छठे चरण में 43 विधानसभा सीटों में से एक दर्जन यानी 12 (28 फीसदी) सीट को रेड अलर्ट विधानसभा घोषित करना पड़ा है. यानी इन एक दर्जन सीटों पर कम से कम 3 ऐसे उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं, जिनके खिलाफ आपराधिक एवं गंभीर आपराधिक मुकदमे चल रहे हैं.
उत्तर 24 परगना, उत्तरी दिनाजपुर, पूर्वी बर्दवान एवं नदिया जिले की 43 विधानसभा सीटों पर छठे चरण का चुनाव 22 अप्रैल को कराया जायेगा. इस दिन उत्तर 24 परगना की 17, पूर्वी बर्दवान की 8, नदिया की 9 और उत्तर दिनाजपुर की 9 सीटों पर लोग अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे. सातवें और आठवें चरण की वोटिंग 26 एवं 29 अप्रैल को होगी. बंगाल की सभी 294 सीटों के लिए मतगणना 2 मई को करायी जायेगी.