बृजभूषण को गिरफ्तार करो नहीं तो…
किसान आंदोलन के मुख्य चेहरों में से एक किसान नेता राकेश टिकैत ने 21 मई तक बृजभूषण शरण की गिरफ्तारी न होने पर बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है. टिकैत ने कहा कि ‘आज बैठक में खाप पंचायत और एसकेएम के कई नेता शामिल हुए. हमने तय किया कि हर खाप से सदस्य रोज धरना स्थल पर आएंगे. वे दिन में यहीं रुकेंगे और शाम तक लौट आएंगे.’ उन्होंने आगे कहा, ‘पहलवानों की समिति धरना प्रदर्शन करेगी और हम पहलवानों को बाहर से समर्थन देंगे. हमने 21 मई के लिए बैठक निर्धारित की है. अगर सरकार कोई प्रस्ताव नहीं देती है, तो हम अपनी अगली रणनीति तैयार करेंगे. पहलवान अगर किसी समस्या का सामना करते है तो पूरा देश उनके साथ खड़ा है.’
पहलवानों ने निकाला कैंडल मार्च
वहीं, रविवार शाम को पहलवानों ने सैकड़ों समर्थकों के साथ कैंडल मार्च निकाला. इस दौरान इंकलाब जिंदाबाद के नारे गूंज रहे थे और पहलवान एक-दूसरे का हाथ पकड़कर चल रहे थे. मार्च शुरू होने से ठीक पहले ‘मेरा रंग दे बसंती चोला’ जैसे देशभक्ति गीत बजाए गए. विरोध स्थल पर भारी भीड़ के मद्देनजर बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मियों को लगाया गया था. इसमें रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) और महिला सुरक्षाबलों की भी बड़ी सुख्या में तैनाती की गई है. रविवार को ‘महापंचायत’ में पहलवानों की ओर से अगले कदम पर चर्चा के दौरान धोती-कुर्ता पहने और सैकड़ों की संख्या में पगड़ीधारी किसानों को प्रदर्शन स्थल पर देखा गया. यह दृश्य किसानों के उस विरोध की तरह था, जो 13 महीने तक चला था.
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हम लंबी लड़ाई के लिए तैयार: विनेश फोगट
इस बीच विश्व चैंपियनशिप की पदक विजेता विनेश फोगट ने भी संकेत दिया कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो विरोध और बड़ा हो सकता है. वह लंबी लड़ाई के लिए तैयार हैं. वहीं, विनेश ने उन आरोपों को खारिज किया कि इस विरोध प्रदर्शन को किसानों ने ‘हाईजैक’ कर लिया है. भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के प्रवक्ता राकेश टिकैत, ‘खाप महम 24’ के प्रमुख मेहर सिंह और संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) (गैर-राजनीतिक) के बलदेव सिंह सिरसा पहलवानों के साथ मंच पर शामिल हुए और मीडिया को संबोधित किया.