शतरंज की युवा सनसनी प्रज्ञानानंदा ने की प्रधानमंत्री से मुलाकात, पीएम मोदी ने कही यह बात

भारत की किशोर शतरंज सनसनी रमेशबाबू प्रगनानंद को गुरुवार को दिल्ली में उनके आधिकारिक आवास पर भारतीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने का सौभाग्य मिला. इस युवा शतरंज सनसनी जिन्होंने हाल ही में विश्व कप फाइनल में दुनिया के नंबर 1 मैग्नस कार्लसन के खिलाफ प्रतिस्पर्धा की थी.

By AmleshNandan Sinha | August 31, 2023 11:07 PM
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भारत के युवा शतरंज खिलाड़ी प्रज्ञानानंद ने प्रधानमंत्री आवास पर पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकाल की. इस दौरान उनके माता पिता भी उनके साथ थे. पीएम ने गर्मजोशी से उनका स्वागत किया और उनसे काफी बातें की. इस मुलाकात की तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है.

प्रज्ञानानंदा ने हाल में फिडे विश्व कप में रजत पदक जीतकर इतिहास रचा था. उन्होंने दुनिया के नंबर वन खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन को नाकों चने चबवा दिये. वह इस मुकाबले को टाइ ब्रेकर तेक लेकर गये और अंत में उन्हें दुनिया के नंबर वन खिलाड़ी से हार माननी पड़ी.

मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘आज 7, एलकेएम में बहुत विशेष मेहमान आए. आपके साथ आपके परिवार से भी मिलकर खुशी हुई आर प्रज्ञानानंदा. आप जुनून और दृढ़ता का प्रतिनिधित्व करते हैं. आपका उदाहरण दिखाता है कि भारत के युवा किसी भी क्षेत्र में कैसे जीत सकते हैं. आप पर गर्व है.’

प्रज्ञानानंदा ने इससे पहले ‘एक्स’ पर कहा था, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनके आवास पर मिलना बहुत सम्मान की बात है! मुझे और मेरे माता-पिता को प्रोत्साहन देने के लिए धन्यवाद सर.’ प्रज्ञानानंद के इसी संदेश को पीएम मोदी ने भी दुबारा शेयर किया और अपने कमेंट लिखे.

बुधवार की सुबह ही आर प्रज्ञानानंद का चेन्नई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आगमन हुआ और उनका वहां पर भव्य स्वागत किया गया. उनके स्वागत के लिए हाथों में बैनर पोस्टर लिए कई फैंस मौजूद थे. तुरही बजाते हुए लोक नृत्य कलाकार चेन्नई की गर्मी और उमस का सामना करते हुए उल्लास का माहौल बना रहे थे.

जैसे ही वह हॉल से बाहर निकले, किशोर सनसनी को उनके उत्साही प्रशंसकों ने घेर लिया और उन्हें गुलाब की पंखुड़ियों, गुलदस्ते और शॉल से नहला दिया. हर कोई उस युवा खिलाड़ी का एक झलक पाना चाहता था. लेकिन सुरक्षा अधिकारियों ने भीड़ को काबू किया और उन्हें उनके वाहन तक पहुंचाया.

प्रज्ञानानंद इस स्वागत के हकदार भी थे, क्योंकि उन्होंने दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी कार्लसन का डटकर सामना किया था. कार्लसन को इस युवा से इतनी कड़ी टक्कर की उम्मीद नहीं थी. प्रज्ञानानंद भले ही गोल्ड मेडल नहीं जीत पाए, लेकिन उन्होंने करोड़ों फैंस का दिल जरूर जीत लिया.

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