रेडियो पर फरमाइशी गीत सुनने के लिए रास्ते में परचे थमाते थे लोग

ज्वाना मिंज (अब ज्वाना मित्रा, रेडियाे कार्यक्रम घरनी सभा की ज्वाना बहिन) अगस्त के उपलक्ष्य में 14 अगस्त 1963 को आड्रे हाऊस में हुए क्षेत्रीय भाषा कवि सम्मेलन में मैंने उरांव (कुडुख) भाषा में देशप्रेम पर पहली स्वरचित कविता प्रस्तुत की थी़ कार्यक्रम में मौजूद तत्कालीन राज्यपाल एमएएस आयंगर ने सभी कवियों को खादी का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 4, 2017 6:25 AM
an image
संबंधित खबर और खबरें
होम E-Paper News Snaps News reels
Exit mobile version