जयंती पर विशेष : प्रकाश झा को जब मना कर दिया था लोहा सिंह ने

आज भी जिंदा हैं उनके कालजयी डायलॉग सुनील बादल बिहार के सासाराम जैसे छोटे कस्बे से निकले रामेश्वर सिंह ‘कश्यप’ ने अपने रेडियो श्रृंखला नाटक की लगभग 350-400 कड़ियों में लोहा सिंह को जीवंत कर दिया. हिंदी पट्टी के लोगों के मन में उनकी यादें भले धुंधली हो गयी हों, पर उनके कालजयी डायलॉग आज […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 12, 2017 8:47 AM
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