बाहा बोंगा : प्रकृति से संसर्ग का पर्व

II चंद्रमोहन किस्कू II अध्यक्ष, जवान ओनोलिया (प्रगतिशील संताली लेखकों का अंतराष्ट्रीय संगठन) संतालों के दैनंदिन जीवनयात्रा के साथ प्रकृति का रिश्ता बहुत ही गहरा है, अपनी प्रियतमा की जैसी ही. संतालों के लिए नदी-नाला, पहाड़-पर्वत एक पूरी जीवन शैली है. जब जंगल के पेड़ों से पुराने पत्ते गिरकर नये पत्ते आते हैं, तब इनके […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 16, 2018 7:36 AM
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