झारखंड के लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं मणिपुर और यूरोप के साइबर अपराधी बीमा, शादी डॉट कॉम, नौकरी डॉट काॅम और फेसबुक से दिल्ली एनसीआर के अपराधी करते हैं ठगी भरतपुर के साइबर अपराधी खतरनाक, ओएलएक्स पर फौजियों की गाड़ी बिक्री के नाम पर ठगते हैं कभी खपरैल के घरों में रहने वाले […]
By Prabhat Khabar Digital Desk | May 22, 2019 1:21 AM
झारखंड के लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं मणिपुर और यूरोप के साइबर अपराधी
बीमा, शादी डॉट कॉम, नौकरी डॉट काॅम और फेसबुक से दिल्ली एनसीआर के अपराधी करते हैं ठगी
भरतपुर के साइबर अपराधी खतरनाक, ओएलएक्स पर फौजियों की गाड़ी बिक्री के नाम पर ठगते हैं
कभी खपरैल के घरों में रहने वाले साइबर ठग अब जी रहे हैं रइसों जैसी जिंदगी
समय-समय पर अपना पासवर्ड जरूर बदलें.
एंटी वारयस और एंटी स्पायइवेयर का इस्तेमाल करें.
खातों का अपडेट हमेशा लेते रहें.
फेसबुक अौर सोशल मीडिया पर अजनबियों का फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार न करें.
उन्हीं लोगों का फ्रेंडशिप रिक्वेस्ट स्वीकार करें जिसे आप जानते हों.
एटीएम पर अजनबियों अौर गार्ड की सहायता लेने से बचें.
अगर कोई कॉल कर या मेल पर आपके डेबिट कार्ड से संबंधित डिटेल मांगता है, तो उसे डिटेल किसी कीमत पर न दें.
क्या करें
जैसे ही नया कार्ड मिलता है, उस पर अपने साइन जरूर करें.
खरीदारी या बिल के भुगतान के समय कार्ड के इस्तेमाल के समय उस पर नजर बनाये रखें.
कार्ड पर पिन नंबर नहीं लिखें.
कार्ड के खो जाने या चोरी होने पर इसकी तुरंत रिपोर्ट बैंक अौर थाना को दें.
कार्ड से पेमेंट के भुगतान के समय रिसिप्ट से राशि का मिलान करें.
अॉनलाइन रहते समय अपने व्यक्तिगत सूचनाएं जैसे अपना पूरा नाम, इमेड एड्रेस, फोन नंबर, घर का पता, तसवीरें, स्कूल का नाम न दें. इसका इस्तेमाल आपको ठगने के लिए किया जा सकता है.
ऐसे लोगों से मिलना खतरनाक हो सकता है, जिसे आप सिर्फ ऑनलाइन जानते हैं.
अनजान ई-मेल, आइएम मैसेंजर, फाइल, तसवीरें या टेक्सट को खोलना खतरनाक हो सकता है. इनमें वायरस हो सकते हैं या फिर भद्दे मैसेज भी हो सकते हैं.
इंटरनेट पर मिलने वाली सूचनाअों पर आंख मूंदकर भरोसा न करें. सूचनाअों की सत्यता जांचें.
सोशल मीडिया पर अगर कोई आपको परेशान कर रहा है, तो इसके बारे में अविलंब अपने अभिभावकों को सूचित करें.