कर्ज के पैसों से खड़ी की “25 करोड़ की कंपनी

अपने साथ औरों के जीवन में भी उजियारा फैला रहे भवेश कहते हैं कि अंधेरे को कोसने से अच्छा है एक मोमबत्ती जलाना़ भवेश भटिया की कहानी भी कुछ ऐसी ही है़ नेत्रहीन भवेश ने अपने अंधेरे जीवन पर निराश होने के बजाय उसमें मोमबत्ती की रोशनी बिखेरने का निश्चय किया़ उधार के 15 हजार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 28, 2016 8:37 AM
feature
संबंधित खबर और खबरें
होम E-Paper News Snaps News reels
Exit mobile version