सब बढ़ें, सब पढ़ें -2 : सिर्फ सरकार भरोसे नहीं, हम भी आगे आएं

सब बढ़ें, सब पढ़ें -2 : आवश्यकता एक सांस्कृतिक क्रांति की है श्रीश चौधरी यदि आप शिक्षित या साक्षर हैं, तो अपने आस-पास के बच्चों को दिन में कम-से-कम एक घंटा समय दीजिए. यदि स्कूल में जाकर पढ़ाने की अनुमति नहीं है, तो किसी अन्य सार्वजनिक स्थान या अपने घर पर ही पढ़ाइए. समय का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 24, 2016 12:09 AM
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