मिर्जा के अभिमान पर भारी पड़ी साहिबा की नादानी

मिर्जा-साहिबा की कहानी मोहब्बत की ऐसी कसौटी है, जो पुरुष के अभिमान और स्त्री के आत्मसम्मान की सरहदों को छूती, गुस्से और जिद के बचकानेपन से गुजरती, खून के दरिया को लांघती, पश्चाताप के आंसुओं में डूब अंततः मृत्यु की गोद में पनाह पाती है. साहिबा ने अपने भाइयों के साथ मिर्जा का टकराव टालने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 19, 2016 5:41 AM
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