लेकिन, मेरा मानना यह है कि प्रदूषण नियंत्रण के मानकों का पालन तब किया जायेगा, जब प्रदूषण का अनुमापन हो. पहली बात तो यह है कि इस मामले में सबसे बड़ी दिक्कत यह है कि कहीं पर भी इस अनुमापन के यंत्र विस्तृत या उचित संख्या में लगाये ही नहीं गये हैं. मसलन, बनारस जैसे भीड़-भाड़ वाले शहर में मात्र एक यंत्र लगाया गया है और नागपुर में दो लगाये गये हैं.
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