यादों में वसंत : गांवों को जिंदा कर दो, मेरे फाग लौटा दो

महीने भर चलता था हमारा वेलेंटाइन डे वसंतोत्सव ऐसा हो, जिसमेें हिंदू-मुसलमान सब मिल कर झूमें, फाग गायें. भारत की धरती को मिले इस उपहार (वसंत ऋतु) का सब मिल कर आनंद लें. हमारे परिवेश में राम-रहीम सब की जरूरत है. सब के साथ ही मने हमारा वसंतोत्सव. बृजेंद्र दुबे मेरे बचपन में हम गांव […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 15, 2017 6:58 AM
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