पता नहीं बिहार में कांग्रेस का क्या हाल है

चंपारण डायरी-2 अरविंद मोहन कलकत्ता जानेवाली रेलगाड़ी में हूं. राजकुमार शुक्ल का पत्र आया था कि उसे मेरे पहले कार्यक्रम की सूचना समय से नहीं मिली थी. देहात होने से पत्र देर से मिला था, सो इस बार उसने बेतिया शहर के किसी परिचित का पता दिया था. देखें वहां आता है या नहीं. उसकी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 6, 2017 6:07 AM
an image
संबंधित खबर और खबरें
होम E-Paper News Snaps News reels
Exit mobile version