Prashant Kishor: इस मामले में बॉलीवुड के सुपर स्टार को टक्कर देने की तैयारी में प्रशांत किशोर
Prashant Kishor: जनसुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर का वैनिटी वैन इन दिनों काफी चर्चा में है. वैनिटी वैन का इस्तेमाल आपने अभी तक बॉलीवुड में ही सुना होगा, लेकिन जन सुराज के संस्थापक ने इसे राजनीति में भी एंट्री दिला दी है.
By Rani | May 20, 2025 2:20 PM
Prashant Kishor: प्रशांत किशोर की वैनिटी वैन एक बार फिर से चर्चा में है. वैनिटी वैन का इस्तेमाल आपने अभी तक बॉलीवुड में ही सुना होगा, लेकिन जन सुराज के संस्थापक ने इसे राजनीति में भी एंट्री दिला दी है. ज्ञात हो कि बीपीएससी अभ्यर्थियों के आंदोलन के वक्त पुलिस ने गांधी मैदान से एक लग्जरी वैनिटी वैन को जब्त किया था. इस वैनिटी वैन का इस्तेमाल पीके अपने आमरण अनशन में कर रहे थे. अब खबर है कि पीके ने कोर्ट के जरिए इस वैनिटी वैन को छुड़ा लिया है. इतना ही नहीं प्रशांत किशोर अब ऐसा काम करने जा रहे हैं, जो बॉलीवुड के बड़े-बड़े सुपरस्टार ने नहीं किया होगा. पीके अपनी बिहार बदलाव यात्रा में दो और लग्जरी वैनिटी वैन का इस्तेमाल करने वाले हैं. इस तरह से इस यात्रा में आपको तीन-तीन वैनिटी वैन में प्रशांत किशोर दिखाई दे सकते हैं. ऐसा कारनामा बॉलीवुड के किंग शाहरुख खान, सुपरस्टार सलमान खान या फिर आमिर खान ने भी नहीं किया है.
सिताबदियारा से शुरू होगी ‘बिहार बदलाव यात्रा’
‘मिशन 2025’ को लेकर प्रशांत किशोर आज (मंगलवार, 14 मई) से ‘बिहार बदलाव यात्रा’ की सिताबदियारा से शुरुआत करने जा रहे हैं. इस यात्रा की शुरुआत छपरा में लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जन्मस्थली सिताबदियारा से हो रही है. जन सुराज पार्टी की यह यात्रा 120 दिनों तक चलेगी और राज्य की सभी 243 विधानसभा सीट तक जाएगी. जानकारी के अनुसार पीके अपनी यात्रा में हर दिन 2-3 विधानसभा क्षेत्रों में जाएंगे. इस दौरान वह बिहार की जनता को अपनी पार्टी का विजन बताएंगे. इससे पहले दो अक्टूबर 2022 से जन सुराज पदयात्रा के जरिए वे लगभग दो साल बिहार का एक राउंड लगा चुके हैं. इस बार की यात्रा का नाम ‘बिहार बदलाव यात्रा’ है.
बता दें कि आमरण अनशन के दौरान प्रशांत किशोर जिस वैनिटी वैन का इस्तेमाल कर रहे थे, वह पूर्णिया के पूर्व सांसद उदय सिंह उर्फ पप्पू सिंह की थी. पप्पू सिंह अब जन सुराज के राष्ट्रीय अध्यक्ष बन चुके हैं. पूर्णिया लोकसभा सीट से पप्पू सिंह साल 2009 से लेकर 2019 तक दो बार बीजेपी के टिकट पर सांसद रह चुके हैं. साल 2019 में टिकट कटने से नाराज होकर वह कांग्रेस में चले गए थे. पप्पू सिंह का पूरा परिवार राजनीति से जुड़ा रहा है. उनकी मां माधुरी सिंह भी कांग्रेस के टिकट पर दो बार 1980 से लेकर 1989 तक सांसद रह चुकी हैं. इंदिरा गांधी के निधन के बाद जब चुनाव हुआ था तो माधुरी सिंह ने कांग्रेस के टिकट पर रिकॉर्ड मतों से जीत हासिल की थी. पप्पू सिंह के बड़े भाई और पूर्व आईएएस अधिकारी एनके सिंह भी राज्यसभा के सांसद रह चुके हैं. पप्पू सिंह की बहन श्यामा सिंह औरंगाबाद से सांसद रही हैं और बहनोई निखिल कुमार सांसद और राज्यपाल रहे हैं.