डिजिटल इंडिया के इस दौर में भाषा का महत्व भी बढ़ा है. स्थानीय भाषाओं को फिल्मों के जरिये एक अलग पहचान मिल रही है. कई जगहों पर बहुत कुछ लिखा और पढ़ा जा रहा है लेकिन तकनीक ने भाषा की पहुंच और प्रेम को और विस्तार दिया है. शेयरचैट एप्स पर "मीठी बोलियां"महोत्सव मनाया जा रहा है. यहां हरयाणवी, भोजपुरी, अवधी, बृज, राजस्थानी,बुंदेली, छत्तीसगढ़ी और उर्दू भाषाओं के लिए उत्सव का आयोजन किया गया है.
संबंधित खबर
और खबरें