HDFC Bank और एचडीएफसी में भारी बिकवाली, 306 अंक और लुढ़का सेंसेक्स

मुंबई : शेयर बाजारों में सोमवार को लगातार तीसरे कारोबारी सत्र में गिरावट आयी और बीएसई सेंसेक्स 306 अंक लुढ़ककर बंद हुआ. कमजोर वैश्विक संकेतों के बीच दो प्रमुख घरेलू वित्तीय कंपनियों एचडीएफसी बैंक और एचडीएफसी के शेयरों में भारी बिकवाली से साथ प्रमुख सूचकांक नीचे आ गये. कारोबारियों के अनुसार, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 22, 2019 5:52 PM
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मुंबई : शेयर बाजारों में सोमवार को लगातार तीसरे कारोबारी सत्र में गिरावट आयी और बीएसई सेंसेक्स 306 अंक लुढ़ककर बंद हुआ. कमजोर वैश्विक संकेतों के बीच दो प्रमुख घरेलू वित्तीय कंपनियों एचडीएफसी बैंक और एचडीएफसी के शेयरों में भारी बिकवाली से साथ प्रमुख सूचकांक नीचे आ गये. कारोबारियों के अनुसार, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों की ओर से पूंजी निकासी तथा रुपये की विनिमय दर में गिरावट से भी बाजार के प्रति धारणा प्रभावित हुई.

बंबई शेयर बाजार में 30 नामी शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 305.88 अंक यानी 0.80 फीसदी की गिरावट के साथ 38,031.13 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान यह 37,890.32 – 38,333.52 अंक के दायरे में रहा. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 82.10 अंक यानी 0.72 फीसदी टूट कर 11,337.15 पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान यह 11,301.25 – 11,398.15 अंक के दायरे में रहा.

सेंसेक्स के शेयरों में एचडीएफसी और एचडीएफसी बैंक को सर्वाधिक नुकसान हुआ तथा दोनों के शेयर क्रमश: 5.09 फीसदी और 3.32 फीसदी नीचे आये. निजी क्षेत्र के एचडीएफसी बैंक की गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (एनपीए) बढ़ने की रिपोर्ट से शेयरों को नुकसान हुआ. एचडीएफसी बैंक का सकल एनपीए बढ़कर 11,768.95 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. यह उसके कुल बकाया कर्जों के 1.50 फीसदी के बराबर है.

इससे पहले वित्त वर्ष 2018-19 की इसी तिमाही में बैंक का एनपीए 9,538.62 करोड़ रुपये था, जो कुल कज का 1.33 फीसदी था. नुकसान में रहने वाले अन्य प्रमुख शेयरों में कोटक बैंक, एचयूएल, बजाज फाइनेंस, आईटीसी, एसबीआई, महिंद्रा एंड महिंद्रा और पावरग्रिड में 3.08 फीसदी तक की गिरावट आयी. वहीं, लाभ में रहने वालों में येस बैंक शीर्ष पर रहा. इसमें 9.49 प्रतिशत की तेजी आयी. उसके बाद क्रमश: वेदांता, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एशियन पेंट्स, मारुति और सन फार्मा का स्थान रहा. इनमें 3.85 फीसदी तक की तेजी आयी.

विशेषज्ञों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों का बाजार से पैसा निकालने का कारण सरकार का विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों को आयकर पर अधिभार से कोई राहत देने से इनकार है. उन्होंने कहा कि बारिश औसत से कम होने तथा कंपनियों के तिमाही परिणाम कमजोर रहने से भी जोखिम धारणा प्रभावित हुई. शेयर बाजार के पास उपलब्ध अस्थायी आंकड़े के अनुसार, शुद्ध आधार पर विदेशी संस्थागत निवेशकों ने शुक्रवार को 950.15 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 733.92 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे.

कारोबारियों के अनुसार, एशिया के अन्य बाजारों में नकारात्मक रुख से भी धारणा प्रभावित हुई. एशिया के अन्य बाजारों में चीन का शंघाई कंपोजिट सूचकांक, हांगकांग का हैंग सेंग, दक्षिण कोरिया का कोस्पी और जापान का निक्की नीचे रहे.

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