लोकप्रिय आईएम टूल है व्हॉट्सऐप (Whatsapp application) : व्हॉट्सऐप, इंस्टेंट मैसेजिंग के लिए अब तक का सबसे अधिक इस्तेमाल किया जानेवाला एप्लीकेशन है. 180 से अधिक देशों में इसके उपयोकर्ता हैं, जो हर दिन 60 अरब से अधिक संदेशों का आदान-प्रदान कर रहे हैं. आज व्हॉट्सऐप का प्रयोग कई कार्यस्थलों में किया जा रहा है. खास तौर से जिन कंपनियों की विभिन्न क्षेत्रों में शाखाएं हैं, वे अपने कर्मचारियों को आपस में जोड़ने के लिए इस लोकप्रिय माध्यम का प्रयोग कर रही हैं.
बातचीत को आसान बनाती है वीडियो कॉलिंग (group video calling app) : व्हॉट्सऐप की तरह ऐसे कई आईएम एप्लीकेशंस हैं, जो वीडियो कॉलिंग की सुविधा दे रहे हैं. इसके चलते कंपनियों व कर्मचारियों के लिए दूर बैठे क्लांट्स के साथ बात करना आसान हो गया है. क्लाइंट के साथ वीडियो कॉलिंग पर की गयी बात से उनके डायरेक्शन को समझना आसान हो जाता है. इससे आपके काम की उत्पादकता बढ़ती है और कंपनी के समय व पैसे की भी बचत होती है.
सुरक्षा पर ध्यान देना है जरूरी (secure group video call app) : आईएम टूल्स की आये दिन बढ़ती लोकप्रियता के बीच इनके प्रयोग को लेकर सुरक्षा पर ध्यान देना बहुत ही जरूरी है. विशेषज्ञों की मानें तो ज्यादातर इंस्टेंट मैसेजिंग टूल ऐसे हैं, जिनका कोई सेंट्रल ऑर्गनाइजेशनल सर्वर नहीं है. ऐसे में यदि उपभोक्ता के फोन में कोई खराबी आ जाती है या फोन टूट जाता है, तो ऐप पर मौजूद डेटा को सुरक्षित रखना मुश्किल हो जाता है. साथ ही एक इंप्लॉई द्वारा कही बात या भेजा गया मैसेज कितनी सुरक्षा से रिसीवर तक पहुंचता है, इस बात की कोई गारंटी नहीं होती.
कम्युनिकेशन के लिए लोकप्रिय ऐप्स (Apps for group video call)
जूम (zoom meeting application) : कोरोना लॉकडाउन के दाैरान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप जूम तेजी से उभर कर सामने आया. इस ऐप में स्क्रीन शेयर करने और इंस्टेंट मैसेज भेजने का विकल्प है. कॉन्फ्रेंसिंग के लिए एक बार में 100 लोगों तक को जोड़ा जा सकता है. इस ऐप पर मीटिंग्स को रिकॉर्ड कर बाद में देखने की सुविधा भी है.
माक्रोसोफ्ट टीम्स (Microsoft teams app) : इस ऐप में वीडियो चैट, डॉक्यूमेंट शेयर करने और सहकर्मियों से चैटिंग की सुविधा है. साथ में माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस 365 का इस्तेमाल कर डॉक्यूमेंट, प्रेजेंटेशन और शीट्स आदि भी बना सकते हैं.
बेसकैंप (basecamp app) : इसमें मैसेज बोर्ड, चैट रूम और फाइल ऑर्गनाइजर जैसे सुविधाएं हैं. सीमित सुविधाओं वाला फ्री वर्जन छोटे प्रोजेक्ट्स को मैनेज के लिए अच्छा है. वहीं बड़ी टीम वाले प्रोजेक्ट के लिए 99 डॉलर का पेड वर्जन भी ले सकते हैं.
क्विप (Quip app) : इसमें कैलेंडर, स्प्रैडशीट्स, वर्ड डॉक्यूमेंट बना सकते हैं और सहकर्मियों के साथ शेयर कर सकते हैं. डॉक्यूमेंट्स की अपडेट और एडिटिंग की हिस्ट्री लाइव देख सकते हैं. साथ ही कमेंट्स भी एड कर सकते हैं.
ट्रेलो (Trello app) : इस टूल की मदद से टीम के सदस्यों के काम का लेखाजोखा रख सकते हैं. टीम के सदस्यों के लिए काम की लिस्ट बना सकते हैं. यह भी देख सकते हैं कि कौन-सा काम हुआ, कौन-सा नहीं. इस पर कमेंट्स और लिंक्स भी शेयर किया जा सकता है.
Posted By : Sumit Kumar Verma