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70 करोड़ डॉलर की डील का अनुमान
यह डील पूरी तरह शेयर्स पर आधारित होगी. यह समझौता ब्लिंकिट की लास्ट टाइम वैल्युएशन से कम है. यह लगभग 70 करोड़ डॉलर पर होने का अनुमान है. सूत्रों की मानें, तो सॉफ्टबैंक और टाइगर ग्लोबल जैसे ब्लिंकिट शेयरधारकों को जोमैटो के लिक्विड लिस्टेड शेयर दिये जाएंगे. बता दें कि दिसंबर 2021 में ऑनलाइन डिलीवरी कंपनी ग्रोफर्स (online delivery company grofers) का नाम बदल कर ब्लिंकिट हो गया है.
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डील हो सकती है 60 दिन में पूरी
इस ऑल-स्टॉक डील के तहत ब्लिंकिट के निवेशक जोमैटो में आनुपातिक शेयर हासिल करेंगे. रिपोर्ट के अनुसार, यह सौदा 60 दिनों के समय में पूरा होने की संभावना है. बता दें कि यह विलय ऐसे समय में होने जा रहा है जब ब्लिंकिट ने बाजार में बढ़ती प्रतिस्पर्धा के बीच अपने कर्मचारियों की छंटनी की है, स्टोर बंद किये हैं. इसके साथ ही कंपनी ने कुछ वेंडरों के भुगतान में भी देरी की है. पिछले साल जुलाई में ब्लिंकिट ने अपनी 10 प्रतिशत हिस्सेदारी बेच कर जोमैटो से 10 करोड़ डॉलर जुटाये थे. विलय की इस डील के बाद बुधवार को जोमैटो के शेयरों ने 2 प्रतिशत से अधिक की छलांग लगायी.
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