गाड़ी में सबसे अधिक फीचर चाहते हैं लोग
मारुति सुजुकी इंडिया के वरिष्ठ कार्यकारी अधिकारी, विपणन और बिक्री, शशांक श्रीवास्तव ने कहा कि प्रीमियमाइजेशन एक स्पष्ट बदलाव है. लोग अब अपने वाहनों में अधिक फीचर्स चाहते हैं. एक ही मॉडल में वे ज्यादा फीचर्स वाला मॉडल चुन रहे हैं. उन्होंने कहा कि अब बिना एसी वाली गाड़ियों का कोई अस्तित्व नहीं रह गया है. एक समय था, जब बिना एसी वाली गाड़ियों की मांग अधिक थी.
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ऑटो इंडस्ट्री में तेजी से बढ़ रहा औसत बिक्री मूल्य
मारुति सुजुकी के शशांक श्रीवास्तव के बयान से टाटा मोटर्स भी सहमत दिखाई देती है. कंपनी का कहना है कि पूरे ऑटो इंडस्ट्री में औसत बिक्री मूल्य तेजी बढ़ रहा है. उसने कहा कि हम बाजार में वित्तीय व्यवहार्यता और प्रतिस्पर्धात्मकता सुनिश्चित करने के लिए मूल्य निर्धारण का फैसला करते समय कई आंतरिक और बाहरी कारकों के संयोजन पर सावधानीपूर्वक विचार करते हैं. उसने कहा कि महंगाई, कच्चे माल की बढ़ती लागत, कंपनी की ताकत, हाई सिक्योरिटी और उत्सर्जन मानक इसके महत्वपूर्ण कारकों में से एक है. कच्चे माल की लागत में वृद्धि का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. उसने कहा कि जिस रफ्तार से कच्चे माल की कीमतों में बढ़ोतरी हो रही है, उसका आंशिक भार ग्राहकों पर डाला जा रहा है.
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एसयूवी की बिक्री में तेज उछाल
मारुति सुजुकी के शशांक श्रीवास्तव ने आगे कहा कि बीते पांच सालों में हैचबैक कारों के मुकाबले एसयूवी कारों की बिक्री तेजी से बढ़ी है. यह एक बुनियादी बदलाव है, जिसकी वजह से सवारी वाहनों कीमतें बढ़ गई हैं. उन्होंने कहा कि कैलेंडर वर्ष 2023 में सवारी वाहनों की थोक बिक्री ने रिकॉर्ड 4.1 मिलियन का आंकड़ा पार कर लिया. इसमें एसयूवी की रिकॉर्ड बिक्री हुई. 2023 में सालाना आधार पर एसयूवी में 26 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई . सवारी वाहनों की बिक्री में एसयूवी की हिस्सेदारी पिछले साल के 42 फीसदी से बढ़कर इस साल 48.7 फीसदी हो गई. इसकी तुलना में, हैचबैक की हिस्सेदारी 2022 में 34.8 प्रतिशत से घटकर 2023 में 30 फीसदी हो गई. वहीं, सेडान कारों की हिस्सेदारी भी 2022 में 11 फीसदी से घटकर 9.4 फीसदी हो गई.
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