Jio ने 26GHz बैंड में शुरू की 5G सेवा, मिलेगी 2GBPS की टॉप स्पीड

Jio ने कहा कि उसके पास सबसे ज्यादा स्पेक्ट्रम पहुंच है. कंपनी के पास 22 सर्किलों में से प्रत्येक में एमएमवेव बैंड (26 गीगाहर्ट्ज) में 1,000 मेगाहर्ट्ज है, जो उच्च गुणवत्ता वाली स्ट्रीमिंग सेवाएं मुहैया कराते हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 15, 2023 10:55 AM
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रिलायंस जियो इन्फोकॉम ने कहा कि उसने पूरे भारत में 26GHz मिलीमीटर तरंगों में 5G सेवाएं शुरू की हैं. कंपनी ने इन सेवाओं में 2GBPS प्रति सेकंड (GBPS) तक की अधिकतम गति का दावा भी किया है. मिलीमीटर तरंग (एमएमवेव) एक छोटी लंबाई वाली रेडियो तरंग है, जो लगभग प्रत्येक उपयोगकर्ता के लिए एक समर्पित स्पेक्ट्रम पाइप की तरह काम करती है और इसमें वायर्ड ब्रॉडबैंड जैसी गति देने की क्षमता होती है.

रिलायंस जियो ने बयान में कहा, जियो ग्राहक अब सभी 22 दूरसंचार सर्किलों में 26GHz एमएमवेव आधारित बिजनेस कनेक्टिविटी का उपयोग कर रहे हैं. कंपनी ने कहा कि उसने 17 अगस्त, 2022 को आवंटित स्पेक्ट्रम की शर्तों के तहत 22 दूरसंचार सर्किलों में प्रत्येक स्पेक्ट्रम बैंड में अपने न्यूनतम रोल-आउट दायित्वों को तय समय से पहले पूरा कर लिया है.

जियो ने कहा कि उसके पास सबसे ज्यादा स्पेक्ट्रम पहुंच है. कंपनी के पास 22 सर्किलों में से प्रत्येक में एमएमवेव बैंड (26 गीगाहर्ट्ज) में 1,000 मेगाहर्ट्ज है, जो उच्च गुणवत्ता वाली स्ट्रीमिंग सेवाएं मुहैया कराते हैं.

रिलायंस जियो इन्फोकॉम के चेयरमैन आकाश अंबानी ने कहा, 5G एमएमवेव के लाभों में अत्यधिक उच्च बैंडविड्थ और कम देरी शामिल है. एमएमवेव भरोसेमंद फिक्स्ड वायरलेस सेवाएं मुहैया करके लीज्ड लाइनों के लिए बाजार का विस्तार करेगा, जिससे लाखों छोटे और मझोले उद्यमों को डिजिटल बनाया जा सकेगा.

आकाश अंबानी ने कहा, यह स्पेक्ट्रम 2 GBPS तक की अत्य़धिक गति वाला ब्रॉडबैंड मुहैया करने में सक्षम है. जियो ने अगस्त, 2022 में आयोजित नीलामी में लो-बैंड, मिड-बैंड और एमएमवेव स्पेक्ट्रम को हासिल किया था.

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