Apple iPhone: दुनिया की टॉप टेक कंपनी ऐपल भारत में आईफोन की मैन्युफैक्चरिंग लगातार बढ़ा रही है. केंद्र की उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना (PLI) के तहत, ऐपल की योजना वित्त वर्ष 2025 तक ग्लोबल आईफोन्स के प्रोडक्शन का 18 प्रतिशत भारत में शिफ्ट करने की है. बैंक ऑफ अमेरिका ने एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी है.
iPhone के ग्लोबल प्रोडक्शन में भारत की हिस्सेदारी वित्त वर्ष 2023 में 7 प्रतिशत थी. PLI योजना के आने से पहले iPhone के ग्लोबल प्रोडक्शन में भारत की हिस्सेदारी बहुत कम थी. PLI योजना के दो साल के भीतर, 2023 में भारत से iPhones का निर्यात बढ़कर 40,000 करोड़ रुपये हो गया है.
PLI योजना को 6 अक्टूबर 2020 को नोटिफाई किया गया और उसी साल केंद्र सरकार ने विस्ट्रॉन (Wistron), फॉक्सकॉन होन हाई (Foxconn Hon Hai) और पेगाट्रॉन (Pegatron) को मंजूरी दी, जो भारत में Apple के अनुबंधित निर्माता हैं.
बैंक ऑफ अमेरिका की रिपोर्ट कहती है कि अगर ऐपल के वेंडर्स देश में विस्तार करें तो iPhone मैन्युफैक्चरिंग में भारत की हिस्सेदारी और बढ़ सकती है. स्थानीय तौर पर निर्मित iPhones की उपलब्धता में सुधार और प्रीमियम प्रोडक्ट में रुचि जगा कर Apple भारत के मोबाइल फोन बाजार में ज्यादा हिस्सेदारी हासिल कर सकता है.
Apple iPhone की वर्तमान में भारत के मोबाइल फोन बाजार में हिस्सेदारी लगभग 4% है. Apple के वर्तमान में चीन में 151 की तुलना में भारत में 14 विक्रेता हैं. इनमें से अधिकांश विक्रेता दक्षिणी भारत में स्थित हैं, जो अनुबंध निर्माताओं, फॉक्सकॉन और पेगाट्रॉन (तमिलनाडु) और विस्ट्रॉन (कर्नाटक) के करीब हैं.
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