मोंटाना ने टिकटॉक पर क्यों लगाया प्रतिबंध
रिपब्लिकन गवर्नर ग्रेग जियानफोर्ट ने ट्विटर पर इस बैन की घोषणा करते हुए बताया कि- मोंटाना ने टिकटॉक को बैन इसलिए किया है क्योंकि वह अपने पर्सनल और निजी डाटा को चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के साथ शेयर नहीं करना चाहता है. टिकटॉक सिर्फ एक एप है जो विदेशी विरोधियों से जुड़ा हुआ है. आगे बताते हुए उन्होंने कहा कि- आज मैंने राज्य के मुख्य सूचना अधिकारी को निर्देश दिया है कि वह किसी भी आवेदन पर प्रतिबंध लगा दें जो राज्य नेटवर्क के विदेशी विरोधियों को व्यक्तिगत जानकारी या डेटा प्रोवाइड करता है.
गूगल और ऐपल को भेजा गया अलर्ट
टिकटॉक को राज्य में बैन किये जाने के संबंध में गूगल और एपल को अलर्ट भी भेजा गया है. इस अलर्ट में कहा गया है कि राज्य के अंदर दोनों ही कंपनियों के ऐप स्टोर पर टिकटॉक दिखाई नहीं देना चाहिए. जानकारी के लिए बता दें फिलहाल टिकटॉक के इस्तेमाल पर किसी भी तरह के जुर्माने की घोषणा नहीं की गयी है लेकिन, अगर किसी भी एप स्टोर पर टिकटॉक दिखाई देता है तो उसपर प्रतिदिन के हिसाब से 10 हजार डॉलर्स का जुर्माना लगाया जाएगा.
टिकटॉक ने दी प्रतिक्रिया
मोंटाना में टिकटॉक पर बैन लगाए जाने के बाद कंपनी ने एक बयान जारी किया है. इस बयान में उन्होंने कहा कि नया कानून टिकटॉक पर अवैध तरीके से बैन लगाकर मोंटाना के लोगों के पहले अधिकारों का उल्लंघन करता है. केवल यहीं नहीं कंपनी ने अपने बयान में आगे बताया कि वह मोंटाना के अंदर और बाहर अपने यूजर्स के हक़ के लिए काम करना जारी रखेगी.
1 जनवरी 2024 से लागू होगा बैन
चाइनीज एप टिकटॉक पर लगाया गया यह प्रतिबंध तत्काल रूप से प्रभावी नहीं होगा. रिपोर्ट्स की माने तो लगाया गया यह प्रतिबंध 1 जनवरी 2024 से प्रभावी रूप से लागू कर दिया जाएगा. कई साइबर सिक्योरिटी ऑफिशियल्स का कहना है कि इस बैन को लागू करना काफी कठिन हो सकता है. कारण देते हुए ऑफिशियल्स ने बताया कि इस एप पर बैन लगाने वाले गवर्नर द्वारा साइन किये गए बिल का मकसद नागरिकों को विदेशी प्रभाव से सुरक्षित रखना है क्योंकि, चाइनीज एप टिकटॉक का स्वामित्व बीजिंग में स्थित बाइटडांस के पास है.