कम स्कोर में बेहतर रैंक, इसलिए कट-ऑफ हो सकता है कम
बायोम संस्थान के डायरेक्टर व मेडिकल परीक्षा विशेषज्ञ पंकज सिंह का कहना है कि इस वर्ष नीट यूजी 2025 में अपेक्षाकृत कम अंकों पर भी छात्रों को अच्छी रैंक मिली है. इसका सीधा असर क्लोजिंग स्कोर पर दिखेगा. उन्होंने बताया कि रिम्स की जेनरल कैटेगरी में 550 से 560 अंक लाने वाले छात्रों को भी सीट मिलने की संभावना है. बीसी-1 वर्ग के लिए भी यही स्कोर उपयुक्त हो सकता है.
तीन साल में स्कोर में बढ़ोतरी का ट्रेंड
2022 से 2024 के बीच रिम्स में जेनरल कैटेगरी का क्लोजिंग स्कोर 623 से बढ़कर 671 पहुंच गया था. बीसी-1 में 50 अंकों और एससी/एसटी वर्ग में 100 अंकों तक की बढ़ोतरी देखी गई थी. लेकिन इस बार ट्रेंड रिवर्स हो सकता है.
झारखंड के छह मेडिकल कॉलेजों में 563 सीटें
झारखंड के छह सरकारी मेडिकल कॉलेजों में कुल 563 सीटें हैं. इनमें रिम्स, रांची में 148 सीटें, एमजीएम मेडिकल कॉलेज, जमशेदपुर में 83 सीटें, एसएनएमसीएच, धनबाद में 83 सीटें, शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज, हजारीबाग में 83 सीटें, मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज, पलामू में 83 सीटें और झानो मेडिकल कॉलेज, दुमका में 83 सीटें हैं.
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