Top Residential Schools for Girls: लड़कियों के लिए भारत के टॉप सरकारी बोर्डिंग स्कूल, जहां एडमिशन मिलते ही सब कुछ फ्री

Top Residential Schools for Girls: जानें भारत के टॉप सरकारी बोर्डिंग स्कूलों के बारे में जो खास तौर पर लड़कियों के लिए हैं. फ्री एजुकेशन, हॉस्टल और यूनिफॉर्म जैसी सुविधाएं भी मिलती हैं. JNV, KGBV, Sainik School जैसे विकल्पों की पूरी जानकारी. बेटियों के उज्ज्वल भविष्य के लिए बेहतरीन सरकारी स्कूल चुनें.

By Govind Jee | May 22, 2025 2:05 PM
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Top Residential Schools for Girls: भारत में शिक्षा का आधार मजबूत है. शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के अनुसार वर्ष 2024-2025 में देश में कुल 10,13,817 सरकारी स्कूल हैं. इनमें से 7,31,450 स्कूल प्राइमरी स्तर के हैं, जो कक्षा 1 से 5 तक की पढ़ाई कराते हैं. इसके अलावा 4,34,700 अपर प्राइमरी स्कूल हैं, जहां कक्षा 6 से 8 तक की शिक्षा दी जाती है. 1,42,906 सेकेंडरी स्कूल (कक्षा 9-10) और 1,64,289 हायर सेकेंडरी स्कूल (कक्षा 11-12) हैं. यह आंकड़ा दिखाता है कि देश में हर स्तर की शिक्षा के लिए पर्याप्त सरकारी स्कूल मौजूद हैं. (Top Residential Schools for Girls in India)

लड़कियों के लिए सरकारी बोर्डिंग स्कूल

आज बेटियां हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं. अब माता-पिता भी बेटियों की पढ़ाई को लेकर सजग हैं और उन्हें सुरक्षित व अनुशासित माहौल देने के लिए बोर्डिंग स्कूल में दाखिला दिला रहे हैं.

बोर्डिंग स्कूल पढ़ाई के साथ-साथ अनुशासन, आत्मनिर्भरता और समग्र विकास पर भी ध्यान देते हैं. भारत में कई सरकारी बोर्डिंग स्कूल खासतौर पर लड़कियों के लिए हैं. इनमें फ्री या बहुत कम फीस में पढ़ाई होती है और हॉस्टल, भोजन, किताबें, यूनिफॉर्म जैसी सुविधाएं मुफ्त मिलती हैं. इससे गरीब और ग्रामीण इलाकों की बेटियों को भी अच्छी शिक्षा मिल रही है. (Top residential schools for girls in India)

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Top Residential Schools for Girls: जवाहर नवोदय विद्यालय (JNV)

जवाहर नवोदय विद्यालय देश के प्रमुख सरकारी बोर्डिंग स्कूलों में से एक है. ये स्कूल पूरी तरह से आवासीय होते हैं और लड़कियों को लड़कों के समान सभी सुविधाएं मिलती हैं. जेएनवी स्कूल केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) से जुड़े होते हैं और देशभर में इनकी संख्या 600 से अधिक है. इन स्कूलों में ग्रामीण क्षेत्रों की प्रतिभाशाली छात्राओं को प्राथमिकता दी जाती है. कक्षा 6 और 9 में एडमिशन के लिए प्रवेश परीक्षा ली जाती है. कक्षा 6 से 8 तक पढ़ाई पूरी तरह मुफ्त होती है, जबकि 9 से 12 तक कुछ वर्गों को छोड़कर 600 रुपये प्रति माह शुल्क लिया जाता है. यहां शिक्षा के साथ-साथ हॉस्टल और भोजन की सुविधा भी मुफ्त दी जाती है.

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कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय (KGBV)

कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय विशेष रूप से लड़कियों के लिए बनाए गए सरकारी बोर्डिंग स्कूल हैं. इनका उद्देश्य ग्रामीण, पिछड़े और वंचित समुदाय की बेटियों को शिक्षा का अधिकार देना है. भारत में 5000 से ज्यादा ऐसे स्कूल हैं, जो पूरी तरह मुफ्त शिक्षा प्रदान करते हैं. यहां कक्षा 6 से 8 तक की लड़कियों को दाखिला दिया जाता है. स्थानीय स्तर पर आवेदन प्रक्रिया होती है और चयन के बाद छात्राओं को मुफ्त किताबें, यूनिफॉर्म और हॉस्टल की सुविधा दी जाती है. यह स्कूल खासतौर पर उन लड़कियों के लिए लाभकारी हैं, जिनके परिवार आर्थिक रूप से कमजोर हैं.

Girls government boarding schools: सैनिक स्कूल

सैनिक स्कूल पहले सिर्फ लड़कों के लिए होते थे, लेकिन 2021-22 के बाद से इनमें लड़कियों को भी दाखिला दिया जा रहा है. ये स्कूल अनुशासन, सैन्य प्रशिक्षण और लीडरशिप स्किल्स पर खास ध्यान देते हैं. वर्तमान में देशभर में 33 से अधिक सैनिक स्कूल हैं, जैसे सैनिक स्कूल चिंगचिप, नालंदा, गोपालगंज, तिलैया और झुंझुनू आदि. यहां एडमिशन कक्षा 6 और 9 के लिए AISSEE परीक्षा के आधार पर होता है. सालाना फीस करीब 50,000 से 80,000 रुपये तक होती है, हालांकि कम आय वाले परिवारों के लिए सब्सिडी का भी प्रावधान है. ये स्कूल उन लड़कियों के लिए बेहतर विकल्प हैं, जो डिफेंस सेक्टर में करियर बनाना चाहती हैं.

नेतरहाट आवासीय विद्यालय

झारखंड के नेतरहाट में स्थित यह विद्यालय देश के सर्वश्रेष्ठ सरकारी बोर्डिंग स्कूलों में गिना जाता है. पहले यह स्कूल सिर्फ लड़कों के लिए था, लेकिन अब यहां लड़कियों को भी दाखिला दिया जा रहा है. प्राकृतिक वातावरण में स्थित यह स्कूल शिक्षा के उच्च मानकों के लिए जाना जाता है. यहां प्रवेश परीक्षा के आधार पर एडमिशन होता है और सालाना फीस करीब 10,000 से 20,000 रुपये के बीच होती है. कम खर्च में बेहतरीन शिक्षा पाने की चाह रखने वाले छात्रों के लिए यह एक आदर्श विकल्प है.

राजकीय प्रतिभा विकास विद्यालय (RPVV), दिल्ली

दिल्ली सरकार द्वारा संचालित ये स्कूल मेधावी छात्रों के लिए बनाए गए हैं. इनमें लड़कियों के लिए भी बोर्डिंग सुविधा उपलब्ध है. दिल्ली में कुल 22 ऐसे विद्यालय हैं, जिनमें प्रवेश परीक्षा के माध्यम से दाखिला मिलता है. ये स्कूल मुफ्त या बहुत कम शुल्क में शिक्षा प्रदान करते हैं. साथ ही प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए मुफ्त कोचिंग, गाइडेंस और अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाती हैं.

सरकारी बोर्डिंग स्कूलों के प्रमुख फायदे

सरकारी बोर्डिंग स्कूलों का सबसे बड़ा फायदा है, कम खर्च में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा. ये स्कूल खासकर उन परिवारों के लिए फायदेमंद हैं जिनकी आय सीमित है लेकिन वे अपनी बेटियों को अच्छा भविष्य देना चाहते हैं. इन स्कूलों में पढ़ाई के साथ-साथ लड़कियों के समग्र विकास, आत्मनिर्भरता, अनुशासन और नेतृत्व क्षमता को भी बढ़ावा दिया जाता है. रहन-सहन, भोजन, किताबें, यूनिफॉर्म जैसी सारी सुविधाएं मुफ्त होती हैं, जिससे अभिभावकों पर आर्थिक बोझ नहीं पड़ता.

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