बड़ी योजना की शुरुआत
इस योजना की शुरुआत 1,355 सरकारी जूनियर कॉलेजों में की गई है. सभी छात्रों को विशेष अध्ययन सामग्री, अनुभवी शिक्षकों की गाइडेंस, और सुविधाजनक पढ़ाई का माहौल मिलेगा. यह पहल राज्य में शिक्षा के स्तर को सुधारने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है.
हर छात्र को मिलेगा समान अवसर
मंत्री नारा लोकेश ने कहा कि यह योजना हर छात्र को बड़ा सपना देखने और उसे पूरा करने का उचित मौका देती है. अब किसी भी छात्र को सिर्फ आर्थिक कारणों से JEE या NEET जैसे एग्जाम की तैयारी से वंचित नहीं रहना पड़ेगा.
रोज दो घंटे कोचिंग और नया टाइमटेबल
कॉलेज की पढ़ाई का समय शाम 5 बजे तक बढ़ा दिया गया है और हर दिन दो घंटे फोकस्ड कोचिंग रखी गई है. छात्रों को उच्च गुणवत्ता वाली स्टडी मटेरियल दी जाएगी, जिसे विशेषज्ञ शिक्षकों ने विशेष रूप से डिजाइन किया है.
शिक्षकों को मिला विशेष प्रशिक्षण
इस योजना के तहत जूनियर लेक्चरर्स को भी खास प्रशिक्षण दिया गया है ताकि सभी कॉलेजों में एक जैसी और प्रभावशाली पढ़ाई हो सके. इससे छात्रों को किसी भी कॉलेज में शिक्षा की समान गुणवत्ता मिलेगी.
साप्ताहिक टेस्ट और प्रदर्शन पर नजर
छात्रों की तैयारी की निरंतर निगरानी की जाएगी. हर हफ्ते मॉक टेस्ट, प्रगति की समीक्षा और डेली ट्रैकिंग से छात्रों की कमजोरी और सुधार के क्षेत्र चिन्हित किए जाएंगे.
Also Read: NEET UG 2025 Topper List: नीट में बिहार का दबदबा कायम, 80954 छात्र पास, बेतिया के मृणाल को रैंक 4
Also Read: NEET UG 2025 Topper: मोबाइल कवर बेचने वाला रोहित अब बनेगा डॉक्टर, जमशेदपुर के बेटे को खुद अलख पांडे ने आकर दी बधाई