Gaganyaan Mission: रूस में हुई है ट्रेनिंग
एलान के बाद पीएम मोदी ने कहा कि हम सभी आज एक ऐतिहासिक सफर के साक्षी बन रहे हैं. अब से कुछ देर पहले देश पहली बार अपने 4 गगनयान यात्रियों से परिचित हुआ. ये सिर्फ 4 नाम और 4 इंसान नहीं हैं, ये 140 करोड़ aspirations को स्पेस में ले जाने वाली 4 शक्तियां हैं. 40 वर्ष के बाद कोई भारतीय अंतरिक्ष में जाने वाला है. इस बार टाइम भी हमारा है, काउंटडाउन भी हमारा है और रॉकेट भी हमारा है. इसरो ने इन चार एस्ट्रोनॉट्स की ट्रेनिंग सेशन का एक विडिया भी साझा किया है. इन चारों एस्ट्रोनॉट्स ने रूस में जाकर ट्रेनिंग ली है. आइये जानते हैं कि ये चारों कौन हैं.
प्रशांत बालकृष्णन नायर
ग्रुप कैप्टन प्रशांत बालाकृष्णन नायर केरलवासी हैं जिन्हें मानव अंतरिक्ष उड़ान मिशन के लिए रूस में प्रशिक्षित किया गया था. मलयालम दैनिक मातृभूमि की एक रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने राष्ट्रीय रक्षा अकादमी से स्नातक की उपाधि प्राप्त की और 1999 में एक कमीशन अधिकारी के रूप में वायु सेना में शामिल हो गए. रिपोर्टों के अनुसार,रूस में प्रशिक्षण के अलावा उन्होंने बेंगलुरु के मानव अंतरिक्ष उड़ान केंद्र में भी प्रशिक्षण लिया है.
अंगद प्रताप
ग्रुप कैप्टन अंगद प्रताप ने समूह के अन्य तीन सदस्यों के साथ रूस में 13 महीने तक प्रशिक्षण लिया है. इन्हें भी मिशन का हिस्सा बनने के लिए चुना गया है.
अजीत कृष्णन
ग्रुप कैप्टन अजीत कृष्णन उन चार लोगों में से हैं जिन्हें मिशन का हिस्सा बनने के लिए चुना गया है.
शुभांशु शुक्ला
विंग कमांडर शुभांशु शुक्ला को भी अंतरिक्ष आंदोलन के विभिन्न पहलुओं में मास्को के यूरी गगारिन कॉस्मोनॉट ट्रेनिंग सेंटर में प्रशिक्षित किया गया है.
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