कोर्ट में छात्र ने उठाया ग्रेस मार्क्स का मुद्दा
एक छात्र ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर कहा कि परीक्षा के दौरान बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन में खराबी आई थी, जिससे वह मानसिक रूप से परेशान हुआ. उसे परीक्षा हॉल में एंट्री के लिए अतिरिक्त एप्लीकेशन फॉर्म भरना पड़ा. छात्र ने इस असुविधा के बदले ग्रेस मार्क्स की मांग की है. कोर्ट ने इस पर नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) से जवाब मांगा है.
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12.36 लाख छात्रों ने पास की परीक्षा, सीटें सीमित
इस साल नीट यूजी परीक्षा में 22.09 लाख छात्रों ने हिस्सा लिया था, जिनमें से 12.36 लाख पास हुए हैं. वहीं, देश भर में कुल 780 मेडिकल कॉलेज हैं, जिनमें एमबीबीएस की सिर्फ 1,18,190 सीटें उपलब्ध हैं. ऐसे में सभी उम्मीदवारों के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिलेगी.
नीट यूजी 2025 की काउंसलिंग प्रक्रिया दो स्तरों पर होगी. पहले स्तर पर 15 फीसदी ऑल इंडिया कोटा (AIQ) की काउंसलिंग एमसीसी द्वारा कराई जाएगी, जबकि 85 फीसदी राज्य कोटा (State Quota) की जिम्मेदारी राज्य की संबंधित काउंसलिंग अथॉरिटी की होगी.
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NEET UG Counselling 2025 in Hindi: एमसीसी किन-किन सीटों की काउंसलिंग कराएगा?
एमसीसी की ओर से जिन संस्थानों और कोटों के लिए काउंसलिंग कराई जाएगी, वे इस प्रकार हैं:
- 15% ऑल इंडिया कोटा (AIQ) सीटें
- एम्स (AIIMS) और जिपमर (JIPMER) की सभी एमबीबीएस सीटें
- बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) की सभी एमबीबीएस और बीडीएस सीटें
- दिल्ली यूनिवर्सिटी (DU), इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय (IPU), वर्धमान महावीर मेडिकल कॉलेज (VMMC) और अटल बिहारी वाजपेयी आयुर्विज्ञान संस्थान (ABVIMS) की AIQ सीटें
उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे नियमित रूप से mcc.nic.in वेबसाइट पर नजर रखें और काउंसलिंग से संबंधित सभी जरूरी दस्तावेज पहले से तैयार रखें. सीटें सीमित हैं, इसलिए समय पर प्रक्रिया में भाग लेना बेहद जरूरी है.