Success Story in Hindi: स्कूल में फेल पर नहीं टूटी हिम्मत, पहले ही प्रयास में UPSC Topper, भावुक कर देगी इस IAS की कहानी

Success Story in Hindi: एक समय स्कूल में फेल हुईं, लेकिन हिम्मत नहीं हारी. IAS बनने का सपना लेकर पहले ही प्रयास में UPSC परीक्षा पास की और टॉपर बनीं. इस कहानी में संघर्ष, आत्मविश्वास और सफलता की असली मिसाल है, जो लाखों युवाओं को प्रेरित करती है हार न मानने के लिए.

By Shubham | June 13, 2025 8:26 AM
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UPSC Success Story in Hindi: UPSC सिविल सेवा परीक्षा भारत की सबसे मुश्किल परीक्षाओं में से एक मानी जाती है. हर साल लाखों छात्र IAS बनने का सपना लेकर तैयारी करते हैं लेकिन सिर्फ कुछ ही इस सपने को पूरा कर पाते हैं. आज हम बात कर रहे हैं IAS रुक्मणी रियार (Rukmani Riar) की, जिन्होंने पहले ही प्रयास में UPSC परीक्षा पास की और पूरे भारत में दूसरा स्थान (AIR 2) हासिल किया. उनका सफर इसलिए खास है क्योंकि उन्होंने कभी कोचिंग नहीं की और 6वीं क्लास में फेल भी हो चुकी थीं. आइए जानते हैं रुकमणी की सफलता की कहानी (IAS Rukmani Riar Success Story) जो आपको आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेगी.

पढ़ाई में औसत पर नहीं हारी हिम्मत (Success Story in Hindi)

रिपोर्ट्स के मुताबिक, रुक्मणी की स्कूली शिक्षा गुरदासपुर और बाद में डलहौजी के सेक्रेड हर्ट स्कूल में हुई. 6वीं क्लास में फेल होने के बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी और लगातार मेहनत करती रहीं. उन्होंने ग्रेजुएशन की पढ़ाई गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी, अमृतसर से पूरी की. इसके बाद उन्होंने टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज (TISS), मुंबई से मास्टर्स किया.

NGO में काम करते हुए मिला असली मकसद (UPSC Success Story)

रुक्मणी ने मास्टर्स के बाद मैसूर के अशोदा और मुंबई के अन्नपूर्णा महिला मंडल जैसे NGO के साथ इंटर्नशिप की. यहां काम करते हुए उन्होंने समाज की समस्याएं करीब से देखीं और तय किया कि वो सिविल सेवा में जाकर बदलाव लाना चाहती हैं.

बिना कोचिंग ऐसे की UPSC की तैयारी (UPSC IAS Success Story)

उन्होंने कोचिंग नहीं ली, बल्कि खुद से पढ़ाई की. UPSC के लिए NCERT की किताबें (6वीं से 12वीं तक) पढ़ीं. रोजाना अखबार और करंट अफेयर्स मैगजीन पढ़ना उनकी आदत बन गई थी और यही उनकी सफलता का आधार बना.

पहले ही प्रयास में AIR 2 मिली (IAS Rukmani Riar Success Story)

साल 2011 में उन्होंने पहले ही प्रयास में UPSC पास कर ली और ऑल इंडिया रैंक 2 हासिल की. यह सफलता उनके मजबूत इरादों और आत्मविश्वास की मिसाल है. उनकी कहानी हमें सिखाती है कि हार मानना नहीं चाहिए. कोचिंग जरूरी नहीं, सही रणनीति और मेहनत से भी UPSC पास किया जा सकता है.

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