अंकित के पिता अनिल साह एक छोटी सी चाय की दुकान चलाते हैं. परिवार की आर्थिक स्थिति मजबूत नहीं रही, लेकिन पढ़ाई के प्रति अंकित की लगन और पिता का अटूट समर्थन हमेशा बना रहा. चाय की दुकान के पीछे बैठकर पढ़ाई करने वाले अंकित ने कभी भी हालात को अपने सपनों के बीच नहीं आने दिया.
जेईई मेन में 99.68 परसेंटाइल, अब IITian बनने का सपना
अंकित न सिर्फ JAC बोर्ड के टॉपर बने हैं, बल्कि उन्होंने JEE Main 2025 में भी 99.68 परसेंटाइल हासिल कर सबको चौंका दिया है. उनका लक्ष्य अब जेईई एडवांस्ड को क्रैक कर देश के टॉप आईआईटी में दाखिला लेना है. वह कंप्यूटर साइंस में करियर बनाना चाहते हैं और देश के तकनीकी विकास में योगदान देना चाहते हैं.
पढ़ाई का जुनून, मेहनत और अनुशासन
अंकित बताते हैं कि उन्होंने रोजाना नियमित पढ़ाई की. समय का प्रबंधन और पुराने प्रश्न पत्रों का अभ्यास उनकी सफलता की कुंजी रहा. उन्होंने मोबाइल और सोशल मीडिया से दूरी बनाकर पढ़ाई को ही अपनी प्राथमिकता बना लिया. स्कूल के शिक्षकों और स्थानीय कोचिंग संस्थान से मिले मार्गदर्शन ने भी उनकी राह आसान की.
भावुक हुए माता-पिता
रिजल्ट आने के बाद जब अंकित का नाम राज्य के सेकंड टॉपर के रूप में घोषित हुआ, तो उनके पिता अनिल साह की आंखों में आंसू आ गए. उन्होंने कहा, “बेटे ने हमारी मेहनत और संघर्ष को सम्मान दिया है. अब उसका सपना IITian बनना है, और हम उसके साथ हैं.”
Also Read: JAC 12th Topper 2025 From Ranchi: नेवी ऑफिसर की बेटी ने झारखंड बोर्ड में गाड़ा झंडा, प्राची को 93.6% मार्क्स