रांची : रांची जिले के कांके प्रखंड की हुंदूर पंचायत का चारी हुजीर गांव. इस गांव की पांच साल पहले कोई अलग पहचान नहीं थी. गांव में बाल मजदूरी, बाल विवाह जैसी गंभीर समस्या थी. पांच सालों में इस गांव की लड़कियों ने न सिर्फ अपनी पहचान बनायी बल्कि इन कुरीतियों को लात मारकर गांव से बाहर कर दिया. जो आदिवासी बच्चियां समय से पहले राजस्थान, हरियाणा जैसे बड़े शहरों में शादी के नाम पर बेच दी जाती थी अब इंग्लैंड और रूस जैसे देशों में फुटबॉल की ट्रेनिंग ले रही है. इस टीम से 7 बच्चियां फुटबॉल की ट्रेनिंग के लिए इंग्लैंड जबकि दो बच्चियां रूस जा रहीं हैं.
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