खान की रिश्तेदार नूरजहां पीके -77 सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रही हैं क्योंकि उन्हें अवामी नेशनल पार्टी (एएनपी) ने टिकट नहीं दी थी जबकि वह जन्म से इस पार्टी से जुड़ी रही हैं.
उन्होंने कहा कि उसके पूर्वज 1947 में बंटवारे के वक्त से एएनपी से जुड़े रहे हैं. प्रांत के चुनाव आयोग ने पेशावर शहर की एक सामान्य सीट से प्रांतीय विधानसभा के लिए चुनाव लड़नेकेलिए उनका नामांकन पत्र स्वीकार किया है.
उन्होंने कहा कि उन्होंने विधानसभा में सामान्य सीट और महिलाओं के लिए आरक्षित सीट दोनों के लिए एएनपी पार्टी की टिकट के लिए आवेदन दिया था लेकिन उन्हें टिकट नहीं मिली. इसलिए उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने का फैसला किया.
उन्होंने पाकिस्तान में उनके चुनाव में भाग लेने के कारण भारत में शाहरुख की आलोचना पर नाखुशी जतायी. उन्होंने कहा, हम जब भी फोन पर बात करते हैं तो हम फिल्मों और क्रिकेट की बात करते हैं, और कुछ नहीं.