मुंबई: मशहूर अभिनेता नसीरुद्दीन शाह यह समझ नहीं पा रहे हैं कि आखिर भारतीय फिल्मकारों में ऑस्कर को लेकर इतनी चाहत क्यों है और उन्होंने कहा कि किसी फिल्म के लिए दर्शकों से मिलने वाली सराहना ही मायने रखनी चाहिए.चैतन्य तम्हाणे की पहली निर्देशित बहुभाषी फिल्म कोर्ट को अगले साल के 88वें ऑस्कर पुरस्कार के सर्वश्रेष्ठ विदेशी फिल्म वर्ग में भारत की ओर से आधिकारिक प्रविष्टि मिली है.
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