Shahrukh Khan: ‘आतंकवादियों का इस्लाम, मेरा धर्म नहीं’, पहलगाम हमले के बाद SRK का वीडियो चर्चे में…

Shahrukh Khan का एक वीडियो पहलगाम आतंकी हमले के बाद खूब वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने दो तरह के इस्लाम के बारे में बात की है, पहला जिसे आतंकवादी मानते हैं और दूसरा जिसे पवित्र किताब कुरान में समझाया गया है.

By Sheetal Choubey | April 24, 2025 8:10 AM
an image

Shahrukh Khan: 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में अबतक 26 पर्यटकों की मौत और कई लोग घायल हो गए हैं, जिनकी तस्वीरें और वीडियोज लगातार सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. रिपोर्ट्स में बताया गया है कि 4 आतंकियों ने पहले पीड़ितों से उनका नाम पूछा कर फिर उन्हें कलमा पढ़ने के लिए कहा और जब वे ऐसा नहीं कर सके तो उन लोगों ने फायरिंग कर दी. इनमें से दो विदेशी आतंकी और दो लोकल टेररिस्ट थे. इस बीच अब बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान का एक पुराना वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें अभिनेता ने दो तरह के इस्लाम के बारे में चर्चा की है. एक तो कट्टरपंथी इस्लाम, जिसे आतंकवादी मानते हैं और दूसरा वह, जिसका जिक्र पवित्र किताब कुरान में किया गया है. साथ ही उन्होंने बताया कि आतंकवादी, जिसे मानते हैं वह असल में इस्लाम है ही नहीं.

शाहरुख खान का 16 साल पुराना वीडियो वायरल

शाहरुख खान का यह वीडियो 16 साल पुराने दिए गए CNN-IBN के साथ एक इंटरव्यू का है, जब साल 2008-09 के समय मुंबई में 26/11 हमला हुआ था. उस वक्त शाहरुख खान अपनी ‘माय नेम इज खान’ का प्रमोशन कर रहे थे. यहीं शाहरुख से सवाल किया गया कि एक मुंबईकर होने के नाते 26/11 के आतंकी हमले का उन पर क्या असर हुआ? इसके जवाब में एक्टर ने कहा, “मैं दिल्ली से हूं और मैंने दिल्ली के दंगे देखे हैं. जब मैं मुंबई आया, तब मैंने 1993-94 का बम ब्लास्ट देखा. अभी 26/11 का हमला देखा. मैं खुद को पहले से भी ज्यादा भारतीय महसूस कर रहा हूं. इसलिए भी क्योंकि मैं मानता हूं कि मैं एक पढ़ा-लिखा लिबरल मुस्लिम हूं. मैंने कुरान पढ़ी है और मैं इस्लाम में यकीन रखता हूं.”

एक्टर आगे कहते हैं, ‘इस वक्त किसी भी तरह के आदर्शवाद या राजनीतिक विचारधारा के साथ चलने की बजाय, हम सबको एकजुट होना चाहिए. डर वो चीज है, जो सबको साथ लाता है. इस वक्त हम सब बराबरी से डरे हुए हैं.”

दो तरह के इस्लाम पर क्या बोले शाहरुख?

किंग खान ने आगे इस्लाम के बारे में बात करते हुए कहा, “मै झूठ नहीं कहूंगा. तकरीबन दो या तीन साल पहले अगर मुझे कोई बोलता था कि आतंकवाद जो है, वो इस्लामिक नेचर में है, तो मैं उसको नकारता था. लेकिन अब मुझे एक बात समझ आ गई है कि ये आतंकवादी जो इस्लाम फॉलो कर रहे हैं, वो हमारा इस्लाम है ही नहीं. वो हमारा धर्म है ही नहीं. क्योंकि एक अल्लाह की आवाज़ है, जो हमारी पवित्र किताब कुरान के अंदर लिखी हुई है. उसमें बहुत स्पष्ट लिखा हुआ है. अगर आप एक इंसान के जख्म भरते हैं, तो पूरी इंसानियत के जख्म भरते हैं. अगर आप एक इंसान को दर्द पहुंचाते हैं, तो पूरी मानवता को दर्द पहुंचाते हैं.”

‘वो मुल्ला की जुबानी…’

कुरान को ठीक से समझाते हुए उन्होंने आगे कहा, कुरान के मुताबिक अगर जंग भी हो, तो औरत, बच्चे, जानवर और फ़सल को तबाह नहीं किया जाएगा. जो ये करेगा, उसे किसी भी तरह से जन्नत नहीं मिलेगी. बल्कि खुदा उसके साथ बहुत बुरा करेगा. ये जो इस्लाम है, ये अल्लाह की आवाज, अल्लाह की जुबानी है. और दूसरा जो इस्लाम जो ये लोग (आतंकवादी) फॉलो कर रहे हैं, माफ कीजिएगा मैं किसी के खिलाफ नहीं जाना चाहता, लेकिन वो मुल्ला की जुबानी है.”

ब्रेन वॉश करने वालों को लेकर कहा, “मैं हाथ जोड़कर सबसे विनती करता हूं कि किसी भी धर्म में, चाहे वो हिंदू है, चाहे वो क्रिश्चन है, चाहे वो इस्लाम है, किसी तरह से जवानों को हमारी किताबों का सही मायना समझाइए. क्योंकि चाहे गीता है या कुरान या बाइबल.. कहीं ऐसा नहीं लिखा हुआ कि अगर आप किसी को दुख पहुंचाएंगे, तो आपको जन्नत मिलेगी. या खुदा आपको अच्छी जगह पर रखेगा.”

पहलगाम आतंकी हमले पर शाहरुख खान का फूटा गुस्सा

शाहरुख खान ने पहलगाम में हुए इस हमले पर रिएक्ट करते व्यक्त किया और कहा, “पहलगाम में हुई हिंसा के विश्वासघात और अमानवीय कृत्य पर दुख और गुस्से को शब्दों में बयां करना मुश्किल है. ऐसे समय में, हम केवल ईश्वर से उम्मीद कर सकते हैं और पीड़ित परिवारों के लिए प्रार्थना कर सकते हैं. और अपनी गहरी संवेदना व्यक्त कर सकते हैं. हम एक राष्ट्र के रूप में एकजुट होकर मजबूत बनना चाहिए. हमें इंसाफ मिलेगा.”

यह भी पढ़े: धरती का स्वर्ग नर्क में बदल रहा है… पहलगाम आतंकी हमले पर छलका सलमान खान का दर्द

संबंधित खबर
संबंधित खबर और खबरें
होम E-Paper News Snaps News reels
Exit mobile version