Fatima Sana Shaikh:ब्रेकअप के बाद रो रोकर बुरा हाल भी किया है..

फातिमा सना शेख ने अपने इस इंटरव्यू में निजी जिंदगी में प्यार, ब्रेकअप के अनुभवों पर बात की है.

By Urmila Kori | July 10, 2025 10:38 PM
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fatima sana shaikh :नेटफ्लिक्स पर 11 जुलाई से लव स्टोरी फिल्म “आप जैसा कोई” स्ट्रीम करने जा रही है. इस फिल्म में अभिनेता आर माधवन के साथअभिनेत्री फातिमा सना शेख नज़र आनेवाली हैं. उनकी इस लव स्टोरी फिल्म के साथ -साथ हमने उनकी निजी जिंदगी से प्यार और ब्रेकअप फेज के बारे भी बात की.उर्मिला कोरी से हुई बातचीत के प्रमुख अंश  

लाइफ इन ए मेट्रो को रिलीज हुए एक हफ्ते बीते हैं, एक और लव स्टोरी फिल्म रिलीज होने जा रही है ?

मैं बहुत खुशकिस्मत हूं कि लंबे समय के बाद एक ही महीने में मेरी दो फ़िल्में रिलीज हो रहीं हैं. दोनों ही लव स्टोरी है. मैं बहुत उत्साहित हूं.  कोई प्रेशर नहीं है क्योंकि मुझे लगता है कि दर्शक भी हल्की-फुल्की और थोड़ी रोमांस वाली फिल्में देखना चाहते हैं. हमने एक्शन और डार्क फ़िल्में काफ़ी देख ली हैं. मैं दर्शकों की प्रतिक्रिया का इंतज़ार कर रही हूं.

मधु बोस के किरदार को निभाने में क्या चुनौतियां थी ?

फिल्म बहुत अच्छी तरह से लिखी गई है. जब स्क्रिप्ट अच्छी तरह से लिखी जाती है तो एक्टर्स पर कोई दबाव नहीं होता है  क्योंकि किरदारों को अच्छी तरह से उकेरा गया है, इसलिए उनका संघर्ष भी अच्छी तरह से लिखा गया है. कुल मिलाकर स्क्रिप्ट ने सारा बोझ उठाया है. मुझे यह भूमिका निभाने में बहुत मज़ा आया.  निर्देशक विवेक ने सेट पर माहौल बहुत अच्छा रखा था. कोई चीख-पुकार नहीं थी. सेट का माहौल शांति और प्यार से भरपूर था, जो फिल्म में भी दिखाई देता है. इस लिहाज से मुझे इसमें बहुत मजा आया.

माधवन के साथ काम करने का अनुभव कैसा रहा है ?

माधवन के साथ काम करना बहुत आसान है। वह न केवल स्क्रीन पर, बल्कि ऑफ-स्क्रीन भी बहुत अच्छे इंसान हैं।वह पहले दिन से अपने किरदार में थे, जिस वजह से मेरे लिए भी सबकुछ आसान होता गया।  इस फिल्म में लेयर्ड रिलेशनशिप को दिखाया गया है.मैं पहली दफा ऐसा कोई किरदार और कहानी कर रही थी. उनकी मौजूदगी ने चीजों को बहुत सहज कर दिया.

इस फिल्म की शूटिंग से जुड़ा सबसे खास अनुभव क्या कहेंगी ?

मैंने अब तक कभी भी पारिवारिक फ़िल्में नहीं की थीं. निजी जिंदगी में भी मुंबई में मेरा एक एकल परिवार हैं, मेरे माता-पिता, मैं और मेरा भाई यहीं रहते हैं जबकि हमारा पूरा परिवार जम्मू में रहता है.जॉइंट फॅमिली के साथ रहने  मेरा अनुभव नहीं था. इस फिल्म में मेरा बहुत बड़ा परिवार है. मुझे पहली बार एक बड़े परिवार में रहने की खुशी का एहसास हुआ और यह मेरे लिए एक बहुत ही खास पल था. मैंने ये बात महसूस की कि वे आपके दोस्त होते हैं, आपका सहारा होते हैं.वैसे इस फिल्म में बंगाली लड़की की भूमिका में हूं. इस फिल्म में मेरी फॅमिली जो बनी है, उसमें कई एक्टर्स बंगाली हैं तो उनकी वजह से अपने कुछ डायलॉग में बांग्ला बोलना मेरे लिए आसान हो गया था.

फिल्म बराबरी वाले प्यार की बात करती है ,आप इसको किस तरह से परिभाषित करेंगी ?

यह कांसेप्ट समानता को बढ़ावा देता है. महिलाएं पुरुषों से श्रेष्ठ नहीं बनना चाहतीं. दरअसल वे बस अपनी क्षमता के साथ समाज में स्वीकार की जाना चाहती हैं. कोई किसी से श्रेष्ठ नहीं है. ताकत के मामले में हम कमजोर हो सकते हैं. अगर कोई पुरुष मुझे मुक्का मार दे तो हम गिर सकते हैं, लेकिन भावनात्मक और मानसिक रूप से हम ज़्यादा मज़बूत हैं. हर जेंडर की अपनी ताकत होती है. यह सब समानता के बारे में है.

निजी जिंदगी में क्या आप अपने से बड़े उम्र के इंसान के साथ प्यार कर सकती हैं ?

क्यों नहीं? मेरे माता-पिता की भी उम्र में फासला था और प्यार में पड़ गए थे.

प्यार के साथ समझौता शब्द भी जुड़ा आता है ?

समझौता एक ऐसा शब्द है जो प्यार में आता है. हम इसे दूसरे के लिए करते हैं. लेकिन अगर आपकी बातचीत में समझौते की बात आती है, तो यह परेशान कर सकता है.

 रिश्ते  में किस बात पर आप कभी कोम्प्रोमाईज़ नहीं कर सकती हैं ?

हर रिश्ते का कोम्प्रोमाईज अलग -अलग होता है. मुझे लगता है कि अपने वैल्यूज के साथ कभी कोम्प्रोमाईज नहीं करना चाहिए. जैसे किसी से बदतमीजी से बात करना या मारना मेरे लिए सही नहीं है तो अगर ये सब रिश्ते में है तो फिर इस रिश्ते का टूट जाना ही बेहतर होगा.

ब्रेकअप से आप कैसे डील करती हैं ?

मैं अपने लव रिलेशन को लेकर बहुत इमोशनल रहती हूं , अगर ब्रेकअप हो जाए तो मैं इसे बर्दाश्त नहीं कर पाती हूं. ब्रेकअप के बाद रो रोकर बुरा हाल भी किया है.उसके बाद मैं ज़रा सी बात पर रो पड़ती हूँ. मुझे ब्रेकअप से निकलने में कम से कम दो ढाई साल लग जाते हैं.वैसे  जब तक आप दुखी नहीं होंगे, आपको खुशी का मतलब समझ नहीं आएगा, इसलिए जब आप प्यार में होते हैं, तो आपको हर रंग का अनुभव करना पड़ता है.

ब्रेकअप ने क्या कभी प्यार के प्रति कड़वाहट भी लायी है ?

जैसे जैसे आपकी उम्र बढ़ती है. आप खुद को अच्छे जानने लगते हैं.मैं ऐसे भी प्यार में रही हूँ , जहाँ मेरी आइडेंटिटी नहीं थी.मैं ऐसे  रिश्ते में थी.जहाँ मैं बहुत स्ट्रांग हेडेड थी ,जिसकी वजह से हमारा रिश्ता टूटा. (हंसते हुए )आप ब्रेकअप के बाद अपनी गलतियां समझते हो. ब्रेकअप के तुरंत बाद आप उसको गालियां देते हो, लेकिन फिर आप अपने को भी समझते हैं. अपनी गलतियों को भी समझते हैं.मैं ये बात कह सकती हूं कि मेरे प्यार के रिश्तों ने मुझे अच्छा इंसान बनाया है. भले ही वह नहीं चलें. 

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