अजय देवगन का नाम रवीना टंडन और करिश्मा कपूर से जुड़ चुका है. अजय और रवीना का अफेयर 1994 की सुपरहिट फिल्म ‘दिलवाले’ की शूटिंग के दौरान शुरू हुआ था. अजय से अलग होने के बाद रवीना ने सुसाइड तक की कोशिश की थी. फिल्मफेयर मैगजीन के जुलाई 1994 के इश्यू में अजय ने इसे रवीना का पब्लिसिटी स्टंट कहा था. इस इंटरव्यू के दौरान उन्होंने यह तक कह डाला की रवीना को एक मनोचिकित्सक के पास जाना चाहिए. अजय के मुताबिक रवीना जन्म से झूठी है. इसलिए उसके छोटे-छोटे बयान मुझे ज्यादा अपसेट नहीं करते. लेकिन इस बार उसने लिमिट क्रॉस कर दी थी.
रवीना ने अजय पर उन्हें ‘विजयपथ’ जैसी कई फिल्मों से बाहर निकलवाने का आरोप लगाया था. उन्होंने इंटरव्यू में कहा था, मैंने किसी प्रोड्यूसर को नहीं कहा कि वे मेरी फिल्म से किसी एक्ट्रेस को निकाल दें और न ही मैंने किसी को रिकमंड किया. वह मनगढ़ंत कहानियां बना रही है. विजयपथ’ की बात करूं तो हां, मैंने प्रोड्यूसर को कहा था कि वे किसी और हीरो को ले लें. क्योंकि मैं रवीना के साथ काम नहीं करना चाहता था. इसका मतलब यह हुआ कि मैंने उसे निकलवाया? नहीं, मैं खुद फिल्म छोड़ना चाहता था.
रवीना ने अफेयर पर कहा था कि अजय ने उन्हें लेटर्स लिखे थे. अजय के सामने यह सवाल आया तो उन्होंने कहा, कौन से लेटर्स. उससे कहो कि वो उन लेटर्स को पब्लिश करवाये, मैं भी उसके इमेजिनेशन को पढ़ना चाहता हूं. हमारे परिवार एक-दूसरे को कुछ सालों से जानते हैं. वह हमारे घर आती है क्योंकि वह मेरी बहन नीलम की सहेली है. जब वह बुरा बर्ताव करने लगी तो क्या हम उसे बाहर नहीं निकाल सकते थे. बिल्कुल निकाल सकते थे. मैं कभी उसके क्लोज नहीं रहा. पूछो उससे, क्या कभी मैंने उसे बुलाया या आगे रहकर उससे बात की.
रवीना टंडन के बाद अजय देवगन को चाहने वालों में करिश्मा कपूर का नाम भी जुड़ा. फूल और कांटे की सफलता के बाद अजय देवगन को कई फिल्में ऑफर हुईं और ज्यादातर में करिश्मा कपूर थीं. जिगर (1992), धनवान (1993), संग्राम (1993), शक्तिमान (1993) और सुहाग (1994) जैसी फिल्में बहुत ही कम अंतराल में प्रदर्शित हुईं. इनमें अजय की हीरोइन करिश्मा थीं. दोनों का ज्यादातर वक्त सेट पर ही बीतता था. जिसके बाद दोनों में रोमांस की खबरें तेजी से फैली. हालांकि, उन्होंने कहा था, लोग रुई का पहाड़ बना रहे हैं. हम सिर्फ अच्छे दोस्त हैं.