Relationship : एक दूसरे का हाथ थाम कर जिंदगी के सफर पर साथ चलने वाले हमसफर के बीच कभी प्यार – कभी तकरार होना लाजिमी है. विवाह के कुछ साल तक हम एक दूसरे की गलतियों को इग्नोर कर देते हैं फिर वक्त बीतने के साथ ऐसा भी होने लगता है कि बात – बात पर गुस्सा जाहिर होने लगता है. अच्छे रिश्ते के लिए इस बेकाबू गुस्से पर कंट्रोल बहुत जरूरी है. कभी-कभी हम अपने लाइफ पार्टनर की किसी बात पर इतने नाराज हो जाते हैं कि मन करता है उसके पास जाकर अपने सारे जज्बात को जाहिर कर दें. गुस्सा इतना हावी हो जाता है कि उस वक्त दिमाग पर कंट्रोल नहीं होता. शब्दों पर भी नियंत्रण नहीं होता जिसके चलते आपस के रिश्ते इस गुस्से में कड़वाहट में भर जाते हैं. लेकिन एक स्वस्थ रिश्ते को बनाए रखने के लिए हमें गुस्से पर कंट्रोल करना बहुत जरूरी है. हालांकि गुस्सा आना एक मानवीय व्यवहार है लेकिन इसे मैनेज करना बहुत जरूरी है क्योंकि इससे रिश्तों पर असर पड़ने से फर्क पड़ सकता है.
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